नई सरकार बनने के पहले ही हफ्ते में पाकिस्तान का अमेरिका के साथ टकराव देखने को मिल रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पॉम्‍प‍ियो की पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान से गुरुवार (23 अगस्त) को फोन पर बात हुई थी। इस दौरान पॉम्‍प‍ियो ने पाकिस्तान की धरती पर चल रहे आतंकी नेटवर्क के बारे में जिक्र किया था, जिसे लेकर पाकिस्तान उखड़ गया और अमेरिका से बयान वापस लेने के लिए कहा। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने पत्रकारों के सवाल करने पर साफ कर दिया कि कोई बयान वापस नहीं लिया जाएगा। अमेरिका अपने बयान पर अडिग है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि ल‍िख‍ित बयान के मुताब‍िक अमेर‍िकी व‍िदेश मंत्री ने पाक‍िस्‍तानी पीएम से कहा था क‍ि पाक‍िस्‍तान के ल‍िए यह काफी अहम है क‍ि वह अपनी धरती पर सक्र‍िय आतंकवाद‍ियों के ख‍िलाफ न‍िर्णायक कदम उठाए और अफगान शांत‍ि प्रक्रि‍या में सक्र‍िय भागीदारी करे।

यह बयान जारी होने के बाद पाक‍िस्‍तान ने इसका व‍िरोध क‍िया और इसे गलत बताते हुए सही करने की मांग की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैजल की ओर से ट्वीट किया गया, जिसमें उन्होंने लिखा, ”आज पीएम खान और विदेश मंत्री पोंपियो के बीच फोन कॉल पर अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी किए गए तथ्यात्मक तौर पर गलत बयान पर पाकिस्तान आपत्ति जताता है। चर्चा में पाकिस्तान से सक्रिय आतंकवादियों के बारे में कोई उल्लेख नहीं था। इसे तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।”

https://twitter.com/ForeignOfficePk/status/1032673343097524225

प्रेस वार्ता के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता से जब पाकिस्तान के द्वारा बयान को तुरंत ठीक किए जाने वाली बात पर सवाल किया गया तो नॉर्ट ने जवाब दिया कि दोनों ओर से अच्छी बात हुई। उन्होंने कहा कि कॉल की शुरुआत और कॉ़ल अपने आपमें अच्छी रही और यह भी अच्छा रहा कि पाकिस्तान की नई सरकार और नए प्रशासन के साथ हम मिलकर काम करना चाहते हैं। प्रेस वार्ता में एक रिपोर्टर के द्वारा जब दोबारा पूछा गया कि क्या अमेरिकी सरकार अपने बयान पर अडिग है तो नॉर्ट ने कहा, ”हम अपने बयान पर अडिग हैं।”