फिल्म ‘पानीपत’ रिलीज से पहले ही विवादों में है। अफगानिस्तान के विरोध जताने के बाद अब पाकिस्तान ने भी इस फिल्म पर सवाल खड़े किए हैं। पाकिस्तान ने कहा है कि इस फिल्म के जरिए इतिहास से छेड़छाड़ करने की कोशिश की गई है। यह विरोध पाकिस्तान सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने किया है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘जब कुछ बेवकूफ लोग इतिहास का लेखन राष्ट्रीय स्वयं सेवकसंघ (आरएसएस) की विचारधारा से प्रभावित होकर करते हैं तो उनसे क्या ही उम्मीद की जा सकती है। आगे-आगे देखिए होता है क्या।’ फवाद ने ये कानून की जानकार रीमा उमर के फिल्म को लेकर किए एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ये बातें लिखी हैं।’

पाकिस्तान से पहले अफगानिस्तान भी फिल्म को लेकर बयान जारी कर चुका है। भारत में अफगास्तिान के पूर्व राजदूत डॉ शाइदा अब्दाली ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर पहले भी फिल्में बनती रही हैं। उम्मीद है इस फिल्म में भी दोनों के साझा इतिहात के बारे में दर्शकों को कुछ अच्छा दिखाया जाएगा। जिससे दोनों देशों के रिश्ते मजबूत रहें।’ बता दें कि इस फिल्म पर इतिहास से छेड़छाड़ के आरोप लगाए जा रहे हैं। अफगानिस्तान के कई संगठन पानीपत का विरोध भी कर रहे हैं।

मशहूर फिल्म डायरेक्टर आशुतोष ग्वारिकर की इस फिल्म में 1761 में हुई पानीपत की तीसरी लड़ाई दिखाई जाएगी जिसमें संजय दत्त अफगान के राजा अहमद शाह अब्दाली और अर्जुन कपूर सदाशिवराव भाऊ के किरदार में नजर आएंगे। इसमें भारत के मराठाओं और अफगानी शासक अहमद शाह अब्दाली के बीच युद्ध हुआ था। अफगानिस्तान के लोगों को कहना है कि अहमद शाह अब्दाली का इस फिल्म में नकारात्मक चरित्र दिखाया गया है जबकि ऐसा नहीं है। इस पर ट्विटर यूजर्स के बीच बहस भी छिड़ी हुई है। यह फिल्म 6 दिसंबर को रिलीज होगी।