चेक गणराज्य में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक 22 साल व्यक्ति जो खुद को डेंटिस्ट बताकर लोगों को बेवकूफ बनाता था। इतना ही नहीं शख्स यूट्यूब वीडियो देखकर रूट कैनाल भी कर रहा था जिससे उसने करोड़ों रुपये कमाए। इसके साथ ही उसके परिवार के दो सदस्यों पर, अपने घर में अवैध रूप से दांतों का अस्पताल चलाने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, दो सालों तक उन्होंने हवलिककोव ब्रोड में बिना किसी संदेह के मरीजों का इलाज किया जिसमें दांत निकालना, रूट कैनाल करना और एनेस्थीसिया देना शामिल है। इसके लिए वह इंटरनेट और यूट्यूब का सहारा लेते थे। मामला सामने आने पर तीनों रिशतेदारों ने बिना लाइसेंस के काम करने की बात स्वीकार की।
नकली डेंटल क्लीनिक से कमाए करोड़ों रुपए
पुलिस ने पुष्टि की कि क्लिनिक जो बिना किसी प्रमाणित प्रशिक्षण या अनुमति के संचालित होता था, उससे इन तीनों शख्स ने लगभग चार मिलियन चेक कोरुना (लगभग 1.6 करोड़ रुपये या 185,000 डॉलर) की अवैध आय अर्जित की। उन्हें आठ साल तक की जेल हो सकती है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली महिला ने एनेस्थेटिक्स के अलावा फिलिंग, क्लीनिंग पाउडर जैसी अन्य सामग्री उपलब्ध कराई थी।
अधिकारियों ने हालांकि यह खुलासा नहीं किया कि मरीजों ने शिकायत दर्ज कराई है या नहीं। तीनों आरोपियों ने कई आरोपों में दोषी होने की बात स्वीकार की है, जिसमें बिना लाइसेंस के व्यापार चलाना, हमला करने का प्रयास, मनी लॉन्ड्रिंग, चोरी और यहां तक कि ड्रग डीलिंग भी शामिल है। विस्तृत जांच के बाद इस महीने की शुरुआत में उनकी गिरफ़्तारी हुई।
यूट्यूब वीडियो देखकर ही कर देता था रूट कैनाल
बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति ऑनलाइन मिली जानकारी के आधार पर रूट कैनाल ट्रीटमेंट, दांत निकालना और एनेस्थीसिया देने जैसे जटिल डेंटल ट्रीटमेंट करता था। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस प्रवक्ता माइकेला लेब्रोवा ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि क्या मरीजों की शिकायतों के कारण इस ऑपरेशन का खुलासा हुआ है।