किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए शासन वहां के लोगों से टैक्स लेती है। कुछ देशों में लोग ईमानदारी से टैक्स देते हैं तो कहीं लोग देना ही नहीं चाहते है। भारत सरकार एक योजना बना रही है ताकि ईमानदारी से टैक्स देने वालों को सम्मानित किया जा सके। इस योजना के लागू होने पर ईमानदारीपूर्वक टैक्स जमा करने वालों को राज्यपाल के साथ चाय पीने, एयरपोर्ट पर विशेष सुविधा देने सहित कई कार्यों में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। कहने का सीधा तात्पर्य है कि ईमानदार करदाताओं को सरकार सम्मानित करेगी। इस नियम के तहत यह जरूरी नहीं होगा कि आपने कितना कर चुकाया है, देखा ये जाएगा कि आपने ईमानदारी से अपना कर चुकाया है या नहीं। ऐसी योजना कई अन्य देशों में पहले से ही चल रही है।
जापान:- जापान में टैक्स का जमा करने का समय क्रिसमस की तरह होता है। ईमानदारी से टैक्स जमा करने वालों को सम्मानित किया जाता है। शहर के विशिष्ट क्षेत्र में टैक्स जमा करने पर करदाताओं को उपहार देकर सम्मानित किया जाता है। मॉडल करदता सम्राट के साथ एक तस्वीर भी खिंचवा सकते हैं।
पाकिस्तान:- पाकिस्तान प्रत्येक साल अपने टॉप 100 करदाताओं को सम्मानित करता है। करदाताओं को इमिग्रेशन काउंटर पर तेजी से क्लीयरेंस और फ्री पासपोर्ट की सुविधा दी जाती है। वे अपने साथ ज्यादा सामान लेकर हवाई यात्रा कर सकते हैं।
माल्टा:- एक छोटा देश माल्टा 1997 के बाद से हर साल लॉटरी निकालता है। इसमें करदाता वैट रसीद की इलेक्ट्रॉनिक और पेपर रसीद जमा करते हैं। हर महीने की 15 तारीख को लॉटरी निकाला जाता है। भाग्यशाली विजेता को टैक्स के 100 गुणा राशि का नकद पुरस्कार सहित कई पुरस्कार दिए जाते हैं।
श्रीलंका:- श्रीलंका में अंतर्देशीय राजस्व विभाग (आईआरडी) द्वारा ईमानदार करदाताओं को विशेषाधिकार कार्ड दिया जाता है। ये कार्ड सीमा शुल्क और पुलिस सेवा जैसे सरकारी निकायों, हवाई अड्डे पर स्पेशल ट्रीटमेंट के साथ-साथ कई अन्य छूट जैसे वाहन और ऑफिस के लिए सामान की खरीद पर लाभ मिलता है। हालांकि, ये कार्ड ज्यादा टैक्स जमा करने वालों को मिलता है।
केन्या:- केन्या रेवेन्यू ऑथरिटी वर्ष में एक बार टैक्सपेयर सप्ताह का आयोजन करती हे, जिसमें ईमानदार करदाताओं को सर्टिफिकेट दिया जाता है। टैक्स क्लीनिक, टैक्स शिक्षा सेशन और समुदाय आधारित जैसी गतिविधियां समाज के भीतर जरूरतमंदों का समर्थन करने के उद्देश्य से आयोजित की जाती है।