अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने अपने पति एवं पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का बचाव करते हुए कहा कि मोनिका लेविंस्की स्कैंडल में बिल का इस्तीफा नहीं देने का फैसला सही था। हिलेरी ने यह भी कहा कि मोनिका के साथ बिल का अफेयर सत्ता का दुरुपयोग नहीं था। सीबीएस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में इस सवाल पर जवाब देते हुए हिलेरी ने अपने पति का बचाव किया। यह पूछने पर कि क्या लगभग 20 साल पहले मोनिका के साथ उनके रिश्तों का खुलासा होने के बाद बिल क्लिंटन को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए था? इसके जवाब में हिलेरी ने कहा, “बिल्कुल नहीं।”

न्यूयॉर्क से डेमोक्रेटिक सीनेटर क्रिस्टन गिलीब्रांड ने हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया था कि बिल क्लिंटन को उस समय इस्तीफा देना चाहिए था। क्रिस्टन के इस बयान के बाद हिलेरी ने यह बयान दिया है। रिपब्लिकन के बहुमत वाले सदन में दिसंबर 1998 में बिल पर महाभियोग चलाया गया था लेकिन सीनेट ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया और इस तरह बिल क्लिंटन ने अपना कार्यकाल पूरा किया। इस साक्षात्कार में हिलेरी ने यह भी कहा कि मोनिका वयस्क थी।

जबति इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने हैश टैग मी टू अभियान में मोनिका लेविंस्की से अपने संबंधों को लेकर अपना बचाव करते हुए कहा कि लेविंस्की से माफी मांगने की उनकी कोई योजना नहीं है। एनबीसी न्यूज के टुडे शो में लेविंस्की से माफी मांगने के प्रश्न पर क्लिंटन ने कहा, “नहीं, मैं नहीं मांगता। मैंने उनसे कभी बात नहीं की। लेकिन मैं सार्वजनिक तौर पर कई बार माफी मांग चुका हूं। यह बहुत अलग है। मैंने सार्वजनिक माफी मांगी थी।”

इनका रिश्ता 1998 में सार्वजनिक हुआ था। अपने कार्यकाल के दौरान क्लिंटन ने लेविंस्की से अपने संबंधों से पहले तो नकार दिया था, बाद में माफी मांगते हुए इस रिश्ते की बात स्वीकार की थी। मामले में उन्हें दोषी ठहराया गया, बाद में वे आरोपों से मुक्त हो गए थे।