हिलेरी क्लिंटन को अलकायदा और उससे जुड़े संगठनों को समर्थन देने वाले पाकिस्तानी सैन्य नेताओं के खिलाफ गुपचुप तरीके से कार्रवाई की सलाह दी गयी थी। हिलेरी जब विदेश मंत्री थीं , उस समय उनको भेजी गयी एक ई-मेल से इसका पता चला है।

विदेश विभाग की ओर से कल सार्वजनिक किये गए दस्तावेजों के मुताबिक 14 मार्च 1997 से 20 जनवरी 2001 तक राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे सैमुअल रिचर्ड ‘सैंडी’ बर्गर ने तीन अक्तूबर 2009 को भेजी गयी एक ई-मेल में इस तरह की सलाह दी थी।

क्लिंटन तब विदेश मंत्री थीं और उस दौरान की कुछ ई-मेल को कल रात जारी किया गया। बर्गर ने क्लिंटन को भेजी अपनी ई-मेल में कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि अगर एक्यू (अलकायदा) और उससे जुड़े संगठनों को समर्थन देने वाले सैन्य नेताओं को निशाना बनाया जाता है तो उनके खिलाफ कुछ और ज्यादा दमनात्मक प्रावधान असरकारक होगा।’’

बर्गर ने कहा कि यह देखते हुए कि हमारे पास पर्याप्त खुफिया जानकारी है, हम किसी भी पाकिस्तानी अधिकारी का बैंक खाता, यात्रा और अन्य चीजें जान सकते हैं। कुछ ई-मेल में भारत का भी जिक्र किया गया है लेकिन इसमें अधिकतर 2009 में उनके भारत दौरे से संबंधित है।