व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह ईरान पर लगाए गए तेल प्रतिबंधों को लेकर ‘‘भारत जैसे अच्छे मित्र और साझीदार के सहयोग से काफी संतुष्ट एवं खुश’’ हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ गया है। ट्रम्प प्रशासन की ओर से जरीफ पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक कांफ्रेंस कॉल में कहा, ‘‘मैं भारत जैसे हमारे अच्छे मित्र एवं साझीदार के सहयोग से काफी संतुष्ट एवं खुश हैं।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन जैसे उन देशों से भी संतुष्ट है जिनसे उतना अच्छा तारतम्य नहीं है, लेकिन उन्होंने कारोबारी साझीदार के रूप में ईरान के बजाए अमेरिका को चुना है।
भारत ने ईरान से तेल का आयात कम करके लगभग शून्य कर दिया है जिसके साथ उसके ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंध हैं। अधिकारी ने कहा कि ईरानी तेल का निर्यात जुलाई में एक लाख बैरल प्रति दिन था जो पहले के सात लाख 81 हजार बैरल की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने इसका श्रेय ट्रम्प प्रशासन को दिया।
उन्होंने कहा कि ईरान के पास कारोबारी साझीदार के रूप में देने के लिए कुछ खास नहीं है। अधिकारी ने भारत और ईरान के बीच तेल व्यापार उनकी मुद्रा में किए जाने की वार्ताओं संबंधी रिपोर्ट से जुड़े प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, ‘‘अमेरिका खासकर भारत के सहयोग की प्रशंसा करता है और वह भारत की तर्कसंगत ऊर्जा आवश्यकताओं का ध्यान रखता रहेगा।’’
बता दें कि बीते दिन ही अमेरिका ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। अमेरिका ने ये प्रतिबंध इस आधार पर लगाए हैं कि जरीफ ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ईरान के सर्वोच्च नेता की ओर से या उनके लिए काम किया या ऐसा करने का इरादा रखा।