Israel-Hamas War: पश्चिम एशिया में इजरायल और हमास के बीच युद्ध का दौर 15वें दिन भी जारी है। एक-दूसरे पर हमले से दोनों देशों के बीच जनहानि और सार्वजनिक संपत्ति की भारी बर्बादी हो रही है। इस बीच इजरायल ने जॉर्डन, मिस्र और मोरक्को के लिए हाई लेवल ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें अपने नागरिकों से कहा है कि वे तुरंत वहां से निकल जाएं और स्वदेश पहुंचें।
हमास के उग्रवादियों ने शुक्रवार को दो अमेरिकियों-एक महिला और उसकी बेटी को रिहा कर दिया। इजरायल की सरकार के मुताबिक दो सप्ताह पहले हमास ने दक्षिण इजरायल पर हमला कर दोनों को बंधक बना लिया था और गाजा ले गए थे। हमास की ओर से बंधक बनाई गई मां-बेटी के पास इजरायली नागरिकता भी है और दोनों पहले बंधक हैं जिन्हें हमास ने रिहा किया है। अब भी 200 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक बनाकर रखा है। हमास ने कहा कि वह मानवीय कारणों से कतर सरकार के साथ एक समझौते के तहत उन्हें रिहा कर रहा है।
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युद्ध में मारे गए आम फिलिस्तीनी मारे के लिए इजरायल में कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे लेकर इजरायल के पुलिस प्रमुख ने बेहद सख्त बयान दिया है। पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। पुलिस प्रमुख कोबी शबताई ने अपने मीडिया संबोधन में कहा कि इजरायल में गाजा के समर्थन में प्रदर्शन करने वालों को बसों में भरकर गाजा भेज दिया जाएगा जहां इजरायल बीते दो हफ्ते से बमबारी कर रहा है, वहीं बुधवार को पुलिस ने गाजा के समर्थन में विरोध करने वाले अपने 6 नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रमुख शबताई ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को गाजा भेज दूंगा, अगर नहीं माने तो।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट किया, "बढ़ते मानवीय संकट को दूर करने के लिए आज सुबह बेहद जरूरी मानवीय सहायता लेकर एक काफिला राफा सीमा पार कर गाजा पहुंचा। हम मिस्र और इजरायल में अपने सहयोगियों और संयुक्त राष्ट्र को सुविधा प्रदान करने के लिए धन्यवाद देते हैं।"
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास और इज़रायल के बीच जंग शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,385 हो गई है और 13,651 घायल हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मृतकों में 1,756 बच्चे और 976 महिलाएं शामिल हैं।
साइप्रस में पुलिस ने शनिवार को कहा कि उन्होंने एक छोटा एक्सप्लोसिव डिवाइस स्थापित करने के संदेह में चार सीरियाई लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि चारों सीरियाई पर, जिनकी उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच है, विस्फोटकों का उपयोग करके संपत्ति को नष्ट करने का प्रयास करने, विस्फोटकों को रखने और उपयोग करने और चाकू रखने का आरोप है। हालांकि, पुलिस ने यह नहीं बताया कि इज़रायली दूतावास से लगभग 30 मीटर दूर हुआ बम विस्फोट गाजा में युद्ध से जुड़ा था या नहीं।
मिस्र और गाजा के बीच की सीमा शनिवार को खोल दी गई जिसके बाद इजरायली घेराबंदी वाले क्षेत्र में भोजन, दवा और पानी की कमी से जूझ रहे फिलीस्तीनियों के लिए सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। गाजा जाने के लिए 200 से अधिक ट्रक लगभग 3,000 टन सहायता सामग्री लिए कई दिनों से सीमा पर खड़े थे।
एक ऐसे संकट पर, जिसे अभी तक एक विशिष्ट पदनाम नहीं दिया गया है, ब्रिटेन द्वारा व्यक्त की गई प्रतिक्रिया में उपयोग किए गए शब्दों के साथ साथ उपयोग न किए गए शब्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है - उनका महत्व इस बात से बढ़ जाता है कि उनके उपयोग, या गैर-उपयोग का क्या अर्थ निकाला जा सकता है। “पोग्रोम एक ऐसा शब्द है, जो कक्षा या व्याख्यान थिएटर के बाहर ज्यादा नहीं सुना जाता है। लेकिन जब प्रधान मंत्री ऋषि सनक ने मध्य पूर्व में भयावह स्थिति पर बयान देने के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स को संबोधित किया तो यह उनके द्वारा बोले गए कुछ शुरुआती शब्दों में से एक था। यह शब्द - जिसका अर्थ है यहूदियों का सामूहिक नरसंहार - एक ऐसा शब्द है जिससे 7 अक्टूबर को आत्मरक्षा के रूप में हमास की कार्रवाई के बारे में सोचने वाले लोग भी सहमत होंगे।
गाजा पट्टी में फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और इजराइल की नाकाबंदी को समाप्त करने का आह्वान करने के लिए मुस्लिम देशों समेत कई जगहों पर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। इराक में जॉर्डन से लगी सीमा पर, इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में, मिस्र में, तुर्किये की राजधानी अंकारा में और उसके सबसे अधिक आबादी वाले शहर इस्तांबुल में, मलेशिया और दक्षिण कोरिया में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी जमा हुए। प्रदर्शनकारी घायल फलस्तीनियों और आश्रय चाहने वाले निवासियों की देखभाल करने वाले गाजा के एक अस्पताल में मंगलवार की रात हुए विस्फोट के मुद्दे को भी उठा रहे थे।
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को युद्धग्रस्त इजराइल और यूक्रेन की मदद करने के साथ-साथ घरेलू रक्षा विनिर्माण, मानवीय सहायता और मैक्सिको सीमा के रास्ते अमेरिका आने वाले प्रवासियों के प्रबंधन हेतु विस्तृत प्रस्ताव पेश किया। राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने इन प्रस्तावों को पूरक वित्त पोषण अनुरोध के तौर पर पेश किया है जिसकी कुल लागत 105 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक आंकी गई है। राष्ट्रपति बाइडन को उम्मीद है कि कांग्रेस इस वित्तीय प्रस्ताव पर तत्काल कदम उठाएगी।
चीन ने इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम पर जोर डालने के लिए अपना एक दूत पश्चिम एशिया भेजा है और इसके साथ ही उसने इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने के संकेत दिए हैं। चीन के विशेष दूत झाई जुन ने अपनी प्रारंभिक बैठकों में कतर में रूस के अपने समकक्ष के साथ मुलाकात की। चीन और रूस ने पश्चिम एशिया की वर्तमान स्थिति पर अपने रूख स्पष्ट किए हैं जो अमेरिकी रूख से भिन्न है।
कैलाश सत्यार्थी समेत नोबेल पुरस्कार से सम्मानित 29 हस्तियों ने इजराइल-फलस्तीन युद्ध में अपहृत किये गये बच्चों को तत्काल रिहा करने तथा उन्हें संघर्ष से बाहर आने के लिए सुरक्षित मार्ग देने की मांग की है। एक संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि हमास के नरसंहार तथा उसके बाद गाजा पर इजराइल की व्यापक बमबारी में बच्चों के मारे जाने से वे बिल्कुल स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आगामी सप्ताहों में लोगों की जान जाने का भीषण जोखिम है... फलस्तीनी बच्चे हमारे बच्चे हैं, इजराइली बच्चे हमारे बच्चे हैं। हम जो कर रहे हैं, यदि हम ऐसा ही करते हैं तो हम अपने आप को सभ्य नहीं कह सकते।’’
इजराइल के किबुत्ज में सात अक्टूबर को हमास द्वारा अचानक किए गए हमले में मारे गए 10 नेपाली छात्रों में से चार के शव रविवार को स्वदेश लाए जाएंगे। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जिस फार्म पर हमास ने हमला किया, वहां 17 नेपाली छात्र थे। इस घटना में दस नेपाली नागरिक मारे गए, छह भागने में सफल रहे जबकि एक अन्य लापता है। अधिकारी ने बताया, ‘‘इजराइल में हमास समूह द्वारा मारे गए 10 नेपाली छात्रों में से चार के शव रविवार को फ्लाई दुबई के उड़ान से काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि इजराइल सरकार ने चार छात्रों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद नेपाल के दूतावास को सौंप दिया था।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध 15वें दिन भी जारी है। दोनों तरफ से हमले होने से आम नागरिकों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।