पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद वहां के लोगों, खास कर इंजीनियरिंग छात्रों को परमाणु बम का विशेषज्ञ बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक ये दावा पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी तिलक देवाशर ने अपनी नई किताब “पाकिस्तान: कोर्टिंग द अबिस” में किया है। किताब में ये दावा किया गया है कि हाफिज सईद पाकिस्तान की प्रतिष्ठित “यूनीवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (यूईटी)” के छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद पाकिस्तानी एटोमिक एनर्जी कमिशन (पीएईसी) और खान रिसर्च लैब्स (केआरएल) जॉइन करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है ताकी परमाणु बम बनाने के क्षेत्र में जमात के ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल किया जा सके। किताब में यह दावा भी किया गया है कि जमात के भी कई सदस्य यूईटी में दाखिला ले रहे हैं और इससे आतंकियों के हाथों में परमाणु बम तकनीक पहुंचने का खतरा बढ़ गया है।

देवाशर ने अपनी किताब में पाकिस्तानी पत्रकार आरिफ जमाल कि किताब “कॉल फॉल ट्रांजिशनल जिहाद” का भी जिक्र किया है जिसमें जमाल ने लिखा था कि यूईटी में हाफिज सईद और जमात के को-फाऊंडर जफर इकबाल अपने संगठन से जुड़े लोगों को देश के परमाणु संस्थानों में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया है। देवाशर ने आगे अपनी किताब में लिखा है कि आरिफ जमाल का यह मानना है कि जमात के दर्जनों सदस्य यूईटी में और कई शिक्षण संस्थनों में जहां पर
परमाणु तकनीक की पढ़ाई कराई जाती हो उनमे दाखिला ले रहे हैं।