मुंबई आंतकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा (JuD) ने कश्मीरियों के नाम पर पाकिस्तान में चंदा एकत्र करने के लिए कैंप और फ्रंट स्थापित किए। वहीं तहरीक-इ-आजादी-इ-कश्मीर और मूवमेंट फॉर कश्मीर लिबरेशन (MKL) नाम के संगठनों ने भी हाफिज सईद के नाम और तस्वीर वाले बैनर का इस्तेमाल करके इसी तरह की अपील की है।
जमात-उद-दावा के सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन फलह-इ-इंसानियत (FIF) ने कैंप स्थापित करके कश्मीरियों की आजादी की लड़ाई का समर्थन करने के लिए लोगों से चंदा देने की अपील की। वहीं MKL के बैनरों और पोस्टरों में सईद की फोटो के साथ मारे गए और घायल कश्मीरियों की फोटो भी लगाई गई है। बैनर में लिखा है- एक परिवार के राशन के लिए 5,000 की जरुरत है और घायल के इलाज के लिए 20 हजार की जरुरत है।
MKL और FIF ने चंदा वसूलने के साथ ही अगले महीने होने ईद-उल अजहा में जानवारों की कुर्बानी और मीट पहुंचाने की सेवा की भी पेशकश की है। पेशकश के तहत एक बैल की कुर्बानी के लिए 63,000 और अगर कुर्बानी ग्रुप में की जाए तो 9000 मांगे गए हैं। इसी तरह बकरे की कुर्बानी के लिए 16 हजार और ऊंट के सामूहिक कुर्बानी में एक हिस्से के लिए 13 हजार रुपए देने के लिए कहा गया है। एकत्र हुआ मीट (मांस) कश्मीर, फिलिस्तीन, म्यांमार, सीरिया और पाकिस्तान के पेशावर और थारपारकर के जरुरतमंद परिवारों के बीच वितरीत किए जाएंगे।
लाहौर पुलिस के अधिकारी हैदर अशरफ ने जमाद-उद-दावा और FIF के दो कैंपों को हटाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शहर में इन दोनों संगठनों के जितने भी डोनेशन कैंप लगे हैं उसे हटाने के लिए पुलिस ने कहा है। उन्होंने कहा कि दोनों संगठन सरकार की आतंकवादी निगरानी सूची (government’s militant watchlist) में शामिल हैं। बता दें कि कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने की हाफिज सईद ने निंदा की थी और उसे शहीद करार दिया था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में लगातार हिंसा और तनाव जारी है।
