राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से सत्ता में आए हैं, उनकी तरफ से रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर कई प्रयास किए गए हैं। जानकार मा्नते हैं कि उनका झुकाव रूस की तरफ ज्यादा है। इसका बड़ा कारण यह है कि वर्तमान में अमेरिका का ज्यादा दबाव यूक्रेन पर पड़ रहा है, यहां तक कहा गया है कि यूक्रेन को खोई हुई सारी जमीन वापस मिलना मुश्किल है। इसी वजह से माना जा रहा था कि राष्ट्रपति पुतिन भी ट्रंप के हर फैसले का समर्थन करेंगे।

लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा, राष्ट्रपति पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप के एक बड़े सपने को तोड़ दिया है। जब उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति का समर्थन करेंगे, उन्होंने न्यूट्रल रहना ज्यादा सही समझा। असल में राष्ट्रपति ट्रंप ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलवाना चाहते हैं, अपने प्रचार के दौरान भी उन्होंने कई मौकों पर इस मुद्दे को उठाया था। लेकिन अब पुतिन की तरफ से साफ कहा गया है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।

जानकारी के लिए बता दें कि पुतिन ने शुक्रवार को आर्कटिक सर्कल के उत्तर में मौजूद सबसे बड़े शहर मरमंस्‍क का दौरा किया था, वहां पर उन्होंने ग्रीनलैंड मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि यह दो देशों के आपस का मामला है, इससे उनका कोई लेना देना नहीं है।

समझने वाली बात यह है कि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने डेनमार्क से कहा है कि वह ग्रीनलैंड को अमेरिका को सौंप दें और ऐसा करके उन्होंने एक पुराने विवाद को जिंदा कर दिया है। बीबीसी से हाल ही में हुई बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि हम डेनमार्क को हासिल कर लेंगे। इसके अलावा ट्रंप ने कनाडा को अमेरिकी राज्य बनाने के अपने सुझाव पर जोर दिया है। इसे लेकर तमाम तरह की चिंताएं खड़ी हो गई हैं।