आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया (ISIS) का संस्थापक और मुखिया अबू-बक्र अल-बगदादी अमेरिका के विशेष सैनिकों द्वारा चलाए गए ‘कायला मुलर’ ऑपरेशन में मारा गया। व्हाइट हाउस के सुरक्षा सलाहकार ने रविवार (27 अक्टूबर, 2019) को इसकी जानकारी दी। बगदादी के मारे जाने के बाद विशेषज्ञ इस जद्दोजहद में जुटे हैं कि साल 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे गए ओसामा बिन लादेन और आईएस संस्थापक में सबसे ज्यादा खूंखार कौन था।

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक बिन लादेन के उलट बगदादी खूब अय्याश था। लादेन जहां खुद की तलाश से बचने के लिए पाकिस्तान के एक परिसर में दुनिया से खुद को अलग कर लिया। वहीं इसके उलट बगदादी अपने संगठन के कुछ सबसे कुख्यात अत्याचारों में सीधे तौर पर शामिल था। वह संगठित रूप से अविश्वासी महिलाओं से बलात्कार में भी शामिल था और इन घृणित कामों में खूब खुश होता था।

ऐसी ही एक पीड़िता डी ने ISIS चीफ से जुड़ी हैवानियत की कहानी सुनाई है। डी तब महज 15 साल की थीं जब खलीफा शासन की घोषणा के कुछ हफ्ते बाद यजीदी महिलाओं और लड़किओं के साथ सिंजर पर्वत स्थित उनके गांव से अपहरण कर लिया गया। ये जगह इराक में है। वहां भागने के बाद जब डी का साक्षात्कार लिया गया तब उन्होंने बताया कि कैसे महिलाओं और लड़कियों को रक्का की एक इमारत में पहुंचाया गया, जो पुरुषों को गुलाम बनाने के लिए देखने वाली गैलरी के रूप में काम करती थी।

उन्होंने बताया कि वहां जो व्यक्ति सबसे पहले अंदर आया वो अल बगदादी था। इस जानकारी की दो अन्य लड़कियों ने भी पुष्टि की है जिन्हें इस तरह वहां ले जाया गया। डी ने बताया, ‘मैंने ध्यान दिया की काफी महत्वपूर्ण शख्स था। क्योंकि जब वह अंदर आया सभी खड़े हो गए।’ डी बताया कि उन्हें और उसके द्वारा चुनी गई अन्य लड़कियों को दूसरे घर ले जाया गया। जहां बददागी ने बंदी बनाई गईं लड़कियों को खूब अत्याचार किया। वह महिलाओं पर जुल्म ढहाने पर वो खूब खुश होता था।