फ्रांस की राजधानी पेरिस में चार दिन से दंगे जारी हैं और अब तक तकरीबन 900 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस द्वारा एक किशोर की गोली मारकर हत्या के बाद यहां बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स लगाकर सड़कों को रोक दिया, आगजनी की और पुलिसकर्मियों पर बम के गोले फेंके।

पुलिस ने बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें डालीं। इस सिलसिले में अभी तक 875 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प की घटनाओं में 200 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। 27 जून को यहां ट्रफिक चेकिंग के दौरान 17 वर्षीय युवक नाहेल की हत्या का वीडियो भी सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी गुस्से में आ गए हैं।

इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रदर्शनकारियों से घर पर रहने का आग्रह किया है। उन्होंने देशभर में फैले दंगों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि स्नैपचैट और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर संवेदनशील सामग्री हटाने के लिए सरकार कंपनियों के साथ काम करेगी।

इस घटना के बाद फ्रांस में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हुईं। फ्रांस की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उपनगर क्लिची-सूस-बोइस के सिटी हॉल में आग लगा दी और ऑबर्विलियर्स में एक बस डिपो को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि पेरिस के कई इलाकों में लोगों के समूहों ने सुरक्षा बलों पर पटाखे फेंके।

क्षेत्रीय अधिकारियों ने बताया कि पुलिस थाने पर हमला किया गया और रिवोली स्ट्रीट, लौवर संग्रहालय के निकट और मध्य पेरिस के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल फोरम डेस हॉलेस में कुछ दुकानें लूट ली गईं। उन्होंने बताया कि भूमध्यसागरीय बंदरगाह शहर मार्सिले में पुलिस ने शहर के मध्य में हिंसक समूहों को तितर-बितर करने की कोशिश की। पेरिस पुलिस मुख्यालय के अनुसार, विरोध प्रदर्शनों को नियंत्रित करने लिए करीब 40,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है।

राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, लगभग 200 पुलिस अधिकारी घायल हुए। इस बीच गृह मंत्री गेराल्ड डारमनिन ने हिंसात्मक घटनाओं की निंदा की। नाहेल की मां मौनिया एम ने फ्रांस 5 टेलीविजन को बताया कि वह उस पुलिस अधिकारी से बहुत अधिक गुस्सा हैं। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे को न्याय मिलना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक पुलिस अधिकारी अपनी बंदूक लेकर हमारे बच्चों पर गोली नहीं चला सकता, हमारे बच्चों की जान नहीं ले सकता।’”