संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान का 80 वर्ष की उम्र निधन हो गया है। अन्नान पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और शनिवार की सुबह उन्होंने स्विटजरलैंड में आखिरी सांस ली। अन्नान के निधन की सूचना उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए दी गई। अन्नान के निधन पर लिखा गया, ‘बहुत ही दुख के साथ अन्नान परिवार और अन्नान फाउंडेशन यह जानकारी दे रहा है कि कोफी अन्नान, यूएन के पूर्व महासचिव और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता, अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने शनिवार (18 अगस्त) को आखिरी सांस ली।’ यूएन के पूर्व महासचिव के अंतिम पलों में वह अपनी पत्नी नाने और बच्चों के साथ थे। अन्नान को साल 2001 में उनके मानवीय कार्यों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2001 में अन्नान और यूएन को संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। अन्नान ने जनवरी 1997 से दिसंबर 2006 तक दो कार्यकालों के लिए संयुक्त राष्ट्र के सातवें महासचिव के तौर पर काम किया। वह यूएन के महासचिव बनने वाले पहले अफ्रीकन थे।
It is with immense sadness that the Annan family and the Kofi Annan Foundation announce that Kofi Annan, former Secretary General of the United Nations and Nobel Peace Laureate, passed away peacefully on Saturday 18th August after a short illness… pic.twitter.com/42nGOxmcPZ
— Kofi Annan (@KofiAnnan) August 18, 2018
कोफी अन्नान का जन्म 8 अप्रैल 1938 को गोल्ड कोस्ट, जो वर्तमान में घाना देश है, वहां के कुमसी नामक शहर में हुआ था। घाना के एक बोर्डिंग स्कूल में शुरुआती शिक्षा लेने के बाद अन्नान ने कुसमी के विज्ञान और प्रौद्योगिकी कॉलेज में दाखिला लिया। उनके पिता एक शिक्षित व्यक्ति थे, इसलिए कोफी की पढ़ाई पर भी बहुत ध्यान दिया। जब अन्नान 20 वर्ष के थे तब उन्होंने फॉर्ड फाउंडेशन स्कॉलरशिप जीती और सेंट पॉल मिनेसोटा के मैकलेस्टर कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई के लिए चले गए, जहां उन्होंने इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की।
1961 में इकॉनोमिक्स से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद कोफी अन्नान जिनेवा चले गए, जहां उन्होंने ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनैशनल स्टडीज़ से डीईए की डिग्री की। अन्नान ने जिनेवा में ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ज्वाइन कर ली। वहां उन्होंने बजट अधिकारी के रूप में काम किया। वे 1965 तक डब्लू एच ओ के साथ रहे। 1965 से 1972 तक अन्नान ने इथियोपिया की राजधानी अद्दीस अबाबा में संयुक्त राष्ट्र की इकॉनोमिक कमिशन फॉर अफ्रिका के लिये काम किया। 1976 में यूएन के साथ काम करने के लिए वह एक बार फिर जिनेवा लौट गए। उसके बाद से फिर वह यूएन के साथ ही काम करते रहे।