अमेरिका में एक पूर्व नाविक को 33 साल जेल में बिताने के बाद हत्या के जुर्म से डीएनए प्रमाण की मदद से बरी कर दिया गया। कीथ हार्वर्ड नाम के इस व्यक्ति को 1982 में एक महिला के साथ बलात्कार और उसके पति की हत्या का दोषी ठहराया गया था। उसे विशेषज्ञों गवाही के आधार पर दोषी ठहराया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि महिला के शरीर पर काटने के निशान उसके दांतों की छाप से मिलते-जुलते हैं। इसके बाद उसे उम्रकैद की सजा सुना दी गई थी।
तीन दशक बाद डीएनए जांच से खुलासा हुआ कि बलात्कार और हत्या किसी और नाविक ने की थी, जिसकी एक अन्य अपराध के जुर्म में सजा काटने के दौरान मौत हो चुकी है। वर्जीनिया के कोर्ट ने कल अपने फैसले में लिखा कि हत्या, बलात्कार, जबरन अप्राकृतिक यौनाचार और लूटपाट के जुर्म से हार्वर्ड को बरी किया जाता है। फरवरी में यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन लॉ स्कूल की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2015 में अमेरिका ने 149 लोगों को अलग-अलग जुर्म से बरी किया था और यह संख्या बहुत ही कम है, क्योंकि हजारों की संख्या में लोगों को गलत तरीके से दोषी ठहराया गया है।