अमेरिकी अगले अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए नवंबर 2024 में मतदान करेंगे। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में बैठे व्यक्ति का देश और विदेश दोनों जगह लोगों के जीवन पर बड़ा प्रभाव होता है, इसलिए इस चुनाव का नतीजा सभी के लिए मायने रखता है। इसी बीच, मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। फ्लोरिडा के पाम बीच में हुई इस मीटिंग में रिपब्लिकन के कई लोग भी शामिल हुए थे।

ट्रम्प वर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन के खिलाफ अपने अभियान के लिए वित्तीय मदद चाहते हैं। 2 मार्च को ट्रम्प और मस्क के प्राइवेट जेट को पाम बीच के एयरपोर्ट पर उतरते हुए देखा गया था। अब सवाल यह उठता है कि क्या मस्क 2024 के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना वित्तीय समर्थन देंगे या ट्रम्प का समर्थन करेंगे?

बाइडेन से नहीं मिले थे मस्क

इससे पहले सितंबर 2023 में स्पेसएक्स बॉस ने व्हाइट हाउस में एआई तकनीक को लेकर चर्चा की थी। हालांकि, इस यात्रा के दौरान उनकी राष्ट्रपति बाइडेन से मुलाकात नहीं हुई थी। जून 2017 में मस्क ने तत्कालीन पूर्व राष्ट्रपति की सलाहकार परिषदें छोड़ दीं। यह निर्णय फैसला पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर निकालने की ट्रम्प की कार्रवाई के बाद लिया गया था।

मस्क की संपत्ति 200 बिलियन होने का दावा किया जाता है। वह वित्तीय रूप से काफी मजबूत हैं। अगर वह ट्रंप को समर्थन देते हैं तो वह बिडेन के प्रचार अभियान को बेअसर कर सकते हैं। मस्क ने हमेशा से पक्षपातपूर्ण रूख अपनाया है। वह अन्य अरबपतियों के मुकाबले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में इन्वेस्ट करते हैं। उनकी कंपनी टेस्ला और स्पेसएक्स लंबे समय से सरकारी लाभ उठा रहे हैं।

अमेरिका की इन नीतियों का मस्क ने किया विरोध

हाल में की गई आप्रवासन के मुद्दे पर टिप्पणियों ने चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की आप्रवासन की नीतियां अमेरिका के अस्तित्व को खतरे में डालने का काम करती हैं और अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करती हैं। मंगलवार को एलन मस्क ने ट्वीट कर कहा कि अगर अमेरिका विश्वभर के लोगों को अपने देश में बसाने की कोशिश करेगा तो उसका पतन होना निश्चित है। उन्होंने बाइडेन सरकार की नीति को देशद्रोह बताया था।