उरी हमले को लेकर भारत की तरफ से मंगलवार (27 सितंबर) को पाकिस्तान उच्चायुक्त से तलब किया गया है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने अब्दुल बासित से तलब किया और उन्हें उरी हमले से जुड़े कुछ सबूत भी दिए। विकास स्वरूप ने उन दो गाइड्स के बारे में भी बताया है जिन्होंने हमलावरों की भारत में घुसने में मदद की थी। विकास स्वरूप ने दोनों गाइड की डिलेट मीडिया से भी शेयर की। उन गाइड्स में से एक का नाम फैजल हुसैन है। वह 20 साल का है और उसके पिता का नाम गुल अकबर है। वह POK के पोथा जहानगींर, मुदफ्फराबाद में रहता है। दूसरे गाइड का नाम यासीन खुर्शीद है। वह 19 साल का है। वह मुजफ्फराबाद के खिलाना कलां में रहता है।
गौरतलब है कि पिछले रविवार (18 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के ऊपर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद आर्मी ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। कई जगहों पर घुसपैठ की कोशिशों को भी सेना ने नाकाम किया है। उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 15 आतंकियों पर सेना ने फायरिंग की थी जिसमें से 10 आंतकी मारे गए थे बाकी 5-6 आतंकी वापस भाग गए थे। इसके बाद से भारत के लोगों में पाकिस्तान को लेकर गुस्सा है। इसके बाद भारत ने उरी सेक्टर से ही दो लोगों को पकड़ा था। दोनों ही POK के नागरिक थे। दोनों पर आरोप लगा था कि वे आतंकियों के लिए गाइड का काम करते थे।
Foreign Secretary calls in Pakistan HC Basit today & presents proof of Cross border origins of #UriAttacks : Vikas Swarup, MEA
— ANI (@ANI) September 27, 2016