दक्षिण रूस के रोस्तोव ऑन दोन में फ्लाईदुबई का यात्री विमान बेहद खराब मौसम में उतरने की कोशिश करते समय शनिवार (19 मार्च) सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उस पर सवार दो भारतीय समेत सभी 62 लोगों की मौत हो गई। इस विमान दुर्घटना के मृतकों में शामिल दो भारतीय की शिनाख्त अंजू कथिरवेल अयप्पन और मोहन श्याम के रूप में की गई। मृतकों में 44 रूसी, आठ युक्रेनियाई और एक उज्बेक भी शामिल हैं। दुबई से आ रहा फ्लाईदुबई का यह बोइंग 737 विमान बेहद खराब मौसम में उतरने की दूसरी कोशिश कर रहा था, लेकिन वह रनवे से चूक गया। दुर्घटनाग्रस्त होते ही विमान में आग लग गई और यह आग के एक विशाल गोले में तब्दील हो गया। विमान का मलबा दूर दूर तक बिखर गया।

एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘फ्लाईदुबई बेहद दुख के साथ यह पुष्टि करती है कि उड़ान संख्या एफजेड…981 उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई और इस त्रासदीपूर्ण हादसे के परिणामस्वरूप लोगों की मृत्यु की पुष्टि की जा चुकी है।’’

रूस के जांचकर्ताओं की समिति ने पुष्टि की है कि विमान में सवार सभी 62 लोगों की मृत्यु हो गई। शुरू में मृतक संख्या 61 बताई गई थी। जांचकर्ताओं ने बताया, ‘‘विमान में 55 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। इन सभी की मृत्यु हो गई।’’

एयरलाइन्स ने कहा कि विमान दुबई से भारतीय समयानुसार रात में 11 बज कर 50 मिनट पर चला था और सुबह 6 बज कर 20 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। एयरलाइन्स ने बताया कि यात्रियों में 44 रूसी, आठ युक्रेनी, दो भारतीय और एक उज्बेक थे। उनमें कुल मिला कर 33 महिलाएं, 18 पुरुष और चार बच्चे थे।

विमानन कंपनी ने कहा, ‘‘अभी हम विमान पर सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के रिश्तेदारों से संपर्क कर रहे हैं और प्रभावितों को हर तरह की मदद की पेशकश कर रहे हैं। इस बीच, स्थानीय मीडिया पर पेश किए जा रहे फुटेज में विमान के नीचे आने के बाद दुर्घटनास्थल से आग का एक बड़ा गोला निकलता दिखाई दे रहा है जिसने एक बड़े इलाके को अपने दायरे में ले लिया।

आपात मंत्रालय के अनुसार, आग पर काबू पाने में एक घंटे से ज्यादा समय लगा। मंत्रालय ने बताया कि विमान का मलबा एक बड़े इलाके में बिखरा है और तेज आंधी एवं बर्फ में 700 से ज्यादा बचावकर्मी और 100 से ज्यादा वाहन इलाके को छान रहे हैं।

इस बीच, जांचकर्ताओं ने पुष्टि की कि उन्हें विमान के ब्लैक बाक्सों में से एक मिल गया है। घटनास्थल पर मौजूद एएफपी के एक संवाददाता ने बताया कि पुलिस ने हवाई अड्डे के इलाके को सील कर दिया है। मृतकों के रिश्तेदारों को हवाई अड्डे पर ले जाया गया है। जांचकर्ताओं ने बताया कि विमान ने ‘‘जमीन को छुआ और उसके बाद कई टुकड़ों में बिखर गया।’’

लाइफ न्यूज की खबरों के अनुसार, बोइंग 737 के टुकड़े दुर्घटना स्थल पर 1.5 किमी के दायरे में बिखर गये। लाइफ न्यूज के अनुसार, जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ तब तेज आंधी चलने की चेतावनी दी जा चुकी थी और तेज बारिश हो रही थी। नीचे उतरने की कोशिश कर रहा विमान खराब मौसम के कारण दो घंटे से ऊपर चक्कर लगा रहा था।

अन्य उड़ानों को रोस्तोव ऑन दोन से 300 किमी दक्षिण में क्रासनोदार हवाईअड्डे की ओर मोड़ दिया गया। इनमें से एक उड़ान के एक यात्री ने लाइफ न्यूज को बताया ‘‘मौसम बहुत खराब था और विमान बुरी तरह हिल रहा था।’’

दुर्घटना की आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या सुरक्षा नियमन का उल्लंघन हुआ था या फिर किसी लापरवाही के चलते यह दुर्घटना हुई। रूसी परिवहन मंत्रालय की सलाहकार जियाना तेरेखोवा ने न्यूज चैनल रशिया 24 को बताया कि दुर्घटना का एक संभावित कारण ‘‘पायलट की भूल’’ हो सकता है। इसके समेत सभी कारणों की जांच की जा रही है।

फ्लाईदुबई ने पुष्टि की है कि यह हादसा भारतीय समयानुसार सुबह छह बजकर 20 मिनट पर हुआ। फ्लाईदुबई ने पुष्टि की है कि विमान कल देर रात भारतीय समयानुसार 11 बजकर 50 मिनट पर दुबई से रवाना हुआ था।

अमीरात स्थित फ्लाईदुबई ने एक बयान में कहा, ‘‘हम आपातकालीन उपाय कर रहे हैं और सभी संबद्ध पक्षों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं।’’ एयरलाइन्स ने कहा, ‘‘सूचनाएं मिलते ही हम उन्हें साझा करेंगे और नियमित आधार पर नवीनतम सूचनाएं उपलब्ध कराएंगे।’’

उधर, विमान का निर्माण करने वाली कंपनी बोइंग ने बताया कि उसे इस हादसे की जानकारी है। विमान निर्माता ने ट्विटर पर अपने एक बयान में कहा, ‘‘हमें रूस से मिल रही रिपोर्टों की जानकारी है और हमारी टीम अभी विस्तृत ब्योरे जुटा रही है।’’