एक तरफ आर्थिक दुश्वारियां चीन को परेशान किए हुए हैं। दूसरी तरफ विनाशकारी बाढ़ ने दिक्कतों को और ज्यादा बढ़ा दिया है। फिलहाल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक्शन मोड में आते दिख रहे हैं। हाल ही में उनका एक संदेश जारी हुआ था जिसमें उन्होंने आर्थिक संकट के दौरान लोगों को संयम बरतने की सलाह दी थी। बाढ़ को लेकर जिनपिंग ने सरकार को आदेश दिया है कि तुरंत प्रभाव से जरूरी कदम उठाए जाए।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस साल आई विनाशकारी बाढ़ के दुष्प्रभावों से शीघ्र निपटने और आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। चीन में बाढ़ के कारण बहुत से लोगों की मौत हो गई। बीजिंग और इसके आसपास के इलाकों समेत विभिन्न हिस्सों में फसलों घरों के साथ बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है। चीन में जुलाई में आई बाढ़ में 142 लोगों की मौत हो गई थी।
चीन की 90 नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
सरकारी मीडिया के अनुसार कम से कम 90 नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा हैं। 24 नदियां पहले से ही उफान पर हैं। चीन के उत्तर-पूर्व में बड़े हिस्से में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इनमें राजधानी बीजिंग के उत्तर में पड़ने वाला सोंगलियो बेसिन भी शामिल है। इस इलाके में 10 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं।
जिनपिंग की अध्यक्षता में हुई पोलितब्यूरो की परमानेंट काउंसिल की बैठक
बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति जिनपिंग की अध्यक्षता में पोलितब्यूरो की परमानेंट काउंसिल की बैठक हुई। मीटिंग में जिनपिंग ने बाढ़ की रोकथाम व राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। इस महीने भी बाढ़ के चलते दर्जनों लोगों की मौत हुई है। बाढ़ ने चीन के तानेबाने को बिगाड़ कर रख दिया है। जिनपिंग के लिए दिक्कत केवल बाढ़ नहीं है। चीन आर्थिक मोर्चे पर लगातार एक के बाद एक करके मुसीबतों का सामना कर रहा है। हालात कितने विकट हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि चीन ने बेरोजगारी डाटा को सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है।