नेपाल की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने रविवार को अंतरिम सरकार में पांच नये मंत्रियों को शामिल किया है। इसके साथ ही कार्की के मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है।

राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, कार्की की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने अनिल कुमार सिन्हा, महावीर पुन, संगीता कौशल मिश्रा, जगदीश खरेल और मदन परियार को नया मंत्री नियुक्त किया।

नये मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को राष्ट्रपति भवन में होगा। सूत्रों के अनुसार, सिन्हा को उद्योग एवं वाणिज्य, पुन को शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मिश्रा को स्वास्थ्य एवं जनसंख्या, खरेल को सूचना एवं संचार और परियार को कृषि मंत्रालय का प्रभार दिया जाएगा। इसके साथ ही अब कार्की मंत्रिमंडल में नौ मंत्री हो गए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री भी शामिल हैं।

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कार्की मंत्रिमंडल में अभी प्रधानमंत्री के अलावा तीनमंत्री हैं। ये रमेशोर खनाल (वित्त मंत्री), कुलमन घीसिंग (ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री) और ओम प्रकाश आर्यल (गृह मंत्री) हैं।

‘Gen Z’ के प्रदर्शन में हुआ था बड़ा नुकसान

आठ और नौ सितंबर को हुए Gen Z के हिंसक विरोध प्रदर्शनों में तीन पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई थी। हिंसक प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पद से हटना पड़ा था।

हिंसक घटनाओं की जांच के लिए बनाया आयोग

इस बीच, अंतरिम सरकार ने हत्या, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय आयोग का गठन किया है। विशेष न्यायालय के पूर्व अध्यक्ष गौरी बहादुर कार्की के नेतृत्व में न्यायिक जांच आयोग 8 और 9 सितंबर को युवाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई और निजी और सार्वजनिक संपत्तियों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं की जांच करेगा।

इस पैनल में नेपाल पुलिस के पूर्व अतिरिक्त महानिरीक्षक ज्ञान राज शर्मा और विधि विशेषज्ञ बिशेश्वर प्रसाद भंडारी भी शामिल हैं। आयोग को जांच पूरी करके सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है।

14 सितंबर को पदभार ग्रहण करते समय प्रधानमंत्री कार्की ने युवाओं की हत्याओं की जांच करने की बात कही थी। साथ ही सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा भी किया था।

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