दक्षिण रूस के एक मानसिक अस्पताल में रविवार को लगी आग की वजह से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई है। रूस के आपाकालीन मामलों से जुड़े मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया, ”19 शव निकाले जा चुके हैं। बाकी दो की अस्पताल में मौत हो गई।” अस्पताल लकड़ी का बना था, जो आग की वजह से बर्बाद हो गया। इस हादसे में 20 लोग जख्मी भी हुए हैं।
यह आग अलफेरोवका गांव में स्थित अस्पताल में लगी। यह गांव देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित वोरोनेज में है। हालांकि, अभी यह नहीं पता चला पाया है कि आग लगने की वजह क्या है? बता दें कि हर साल घरों में लगी आग की वजह से रूस मे अनगिनत लोग मारे जाते हैं। देश के मनोचिकित्सा से जुड़े संस्थानों की हालत बेहद खस्ता है। यहां सोवियत रूस के जमाने का इंफ्रास्ट्रक्चर अब भी मौजूद है। इसके अलावा, फायर सेफ्टी को लेकर भी बेहद लचर रवैया अपनाया जाता है। ऐसे हादसे यहां पहले भी हो चुके हैं। सितंबर 2013 में उत्तर पश्चिमी रूस में स्थित एक अन्य मानसिक रोग के अस्पताल में आग लगने से 37 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले, 2009 में मास्को से 1200 किमी दूर पर्म शहर में एक नाइट क्लब में आग लग गई थी। इस हादसे में 156 लोग मारे गए थे। आधुनिक रूस के इतिहास में इसे सबसे भयंकर हादसों में गिना जाता है।
Жертвами пожара в интернате под Воронежем стали 23 человека https://t.co/2FPmNMztwY #пожар #воронеж #интернат pic.twitter.com/g32LvR1pBr
— Телеканал ЗВЕЗДА (@zvezdanews) December 13, 2015