पूर्वी अफ्रीकी देश सूडान में शनिवार को हुए भीषण एयर स्ट्राइक में पांच बच्चों समेत 17 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि देश की राजधानी खार्तूम (Khartoum) के दक्षिण में योरमौक के निकटवर्ती इलाके को निशाना बनाया गया। यह हाल के दिनों में संघर्ष का केंद्र रहा है। इस हवाई हमले में भारी नुकसान हुआ है।
दरअसल सूडान में संघर्ष पिछले काफी समय से चल रहा है। इस संघर्ष में अब तक दस लाख से अधिक बच्चों को विस्थापित होना पड़ा है। इनमें से 270,000 दारफुर क्षेत्र में हैं। यूनिसेफ ने अपनी रिपोर्ट में “गंभीर जोखिम” की आशंका जताई है। सूडान में अप्रैल के मध्य से सेना प्रमुख अब्देल फत्ताह अल-बुरहान और उनके पूर्व डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के बीच लड़ाई चल रही है, जो अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) की कमान संभालते हैं।
हमला सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हुआ
शनिवार का हमला खार्तूम के शहरी इलाकों हुआ है। हमला सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हुआ। मीडिया रिपोर्ट में हमले को काफी घातक बताया गया है। सेना के विमानों ने बार-बार आरएसएफ सैनिकों को निशाना बनाया। जवाब में आरएसएफ ने कथित तौर पर सेना के खिलाफ ड्रोन और विमान भेदी हथियारों का इस्तेमाल किया है।
यूनिसेफ ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि दस लाख से अधिक विस्थापित होने के साथ-साथ कम से कम 330 बच्चे मारे गए हैं और 1,900 से अधिक घायल हुए हैं। “कई और गंभीर जोखिम में हैं” संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि अनुमानित 13 मिलियन बच्चों को मानवीय सहायता की “सख्त जरूरत” है।
यूनिसेफ सूडान के प्रतिनिधि मनदीप ओ’ ब्रायन ने कहा, “बच्चे एक भयानक दुःस्वप्न में फंस गए हैं। वे एक हिंसक संकट का सबसे बड़ा बोझ वहन कर रहे हैं, जिसे बनाने में उनका कोई हाथ नहीं था। वे गोलीबारी के साए में रहने को विवश हैं। कई बच्चे घायल हैं और विस्थापित, बीमारी और कुपोषण के शिकार हो गए। उनके साथ अजीब तरह का दुर्व्यवहार हो रहा है।”
इसमें कहा गया है कि दारफुर की स्थिति दो दशक के युद्ध से पहले से ही प्रभावित है, जिसमें सैकड़ों हजारों लोग मारे गए और बीस लाख से अधिक विस्थापित हुए। इनकी स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक थे। यूनिसेफ ने कहा, “पश्चिम और मध्य दारफुर की स्थिति ऐसी है जहां विशेष रूप से सक्रिय लड़ाई चल रही और गंभीर असुरक्षा है। मानवीय आपूर्ति और सुविधाओं की लूटपाट मची है।”