अमेरिका के फर्गुसन में नस्ली दंगे भड़कने के बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल निकला है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों और फ्री-वे पर उतर आए। इससे न्यूयॉर्क शहर के पुलों और सुरंगों मेंं यातायात बाधित हो गया। इस वजह से कई लोगों को गिरफ्तार भी करना पड़ा। शांतिपूर्ण भीड़ ने वाशिंगटन में वाइट हाउस के सामने सड़क पर प्रदर्शन किया। ऐसे ही गुस्से से भरे लेकिन शांतिपूर्ण जुलूस पूरे देश में निकाले गए। देश के पश्चिमी हिस्से में ओकलैंड से लेकर स्टील और पूर्व में फिलाडेल्फिया से लेकर बाल्टिमोर तक लोग सड़कों पर उतरे। पुलिस अस्थिरता के शिकार शहरों में हालात काबू करने का प्रयास करती रही।
अगस्त में निहत्थे अश्वेत किशोर की गोली मारकर हत्या करने के मामले में श्वेत पुलिस अधिकारी पर अभियोजन नहीं चलाने के संंबंध में सोमवार को आए ‘ग्रैंड ज्यूरी’ के फैसले के बाद मिसौरी के सेंट लुई में भड़की हिंसा दूसरी रात भी जारी रही। सेंट लुई काउंटी पुलिस ने बताया कि सिटी हॉल की खिड़कियां तोड़ दी गईं और पुलिस की एक कार क्षतिग्रस्त हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें और एक पेट्रोल बम फेंका। काउंटी पुलिस के प्रमुख जोन बेल्मर ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर कुछ बोतलें फेंकीं। उनमें शायद पेशाब भरा हुआ था। उन्होंने बताया कि 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। क्षेत्र में स्थिति सोमवार के मुकाबले बेहतर रही। सोमवार की रात शहर में जमकर लूटपाट हुई। प्रदर्शनकारियों ने गोलियां चलाईं और करीब 12 इमारतों को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि इस बार पुुलिस ने सिर्फ आंसू गैस के गोले दागे हैं। मुझे लगता है कि सामान्य तौर पर यह काफी बेहतर रात थी।
मिसौरी के गवर्नर जे निक्सन ने कहा कि फर्गुसन इलाके में नेशनल गार्ड्स की संख्या तीन गुना बढ़ाकर 2,000 कर दी गई है ताकि स्थानीय पुलिस बल की मदद की जा सके। इससे पहले रात में फर्गुसन पुलिस थाने की दंगा पुलिस ने करीब सौ प्रदर्शनकारियों को भगाया। वे सभी नारेबाजी कर रहे थे। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनमें से एक पर लिखा था- हमें चुप नहीं कराया जा सकेगा। सोमवार के मुकाबले भीड़ कम थी, लेकिन नकाबपोश प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हुई। बाद में हिंसा ने उग्र रूप ले लिया। लॉस एंजिलिस टाइम्स की खबर के मुताबिक दंगा निरोधी पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
