अमेरिकन जांच एजेंसी एफबीआई को आतंकी के आईफोन को हैक करने के लिए 1.3 मिलियन डॉलर यानि करीब 8 करोड़ 65 लाख रुपये खर्च करने पड़े। यह रकम एफबीआई के डायरेक्‍टर की सात साल की सैलरी के बराबर है। एफबीआई के डायरेक्‍टर जेम्‍स कोमे ने खुद यह खुलासा किया। उन्‍होंने बताया कि सैन बर्नार्डिनो में हमला करने वाले मारे आतंकी के आईफोन को हैक करने के लिए अमेरिका ने उनके बाकी बचे कार्यकाल की सैलरी के बराबर पैसा खर्च किया।

कोमे ने गुरुवार को लंदन में कहा,’ मेरी 7 साल और 4 महीने की बची हुई नौकरी के बराबर पैसा एफबीआई ने चुकाया है। मेरे हिसाब से जो खर्च हुआ वो वाजिब है।’ बता दें कि कोमे को इस साल 185100 डॉलर यानि 1.23 करोड़ का भुगतान किया गया है। एफबीआई के डायरेक्‍टर का कार्यकाल 10 साल का होता है।

सैन बर्नार्डिनो में गोलीबारी करने वाले आतंकी सैयद रिजवान फारूक के आईफोन 5सी की डिटेल देने को एफबीआई ने एपल से अनुरोध किया था। लेकिन एपल ने गोपनीयता में दखल का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया था। इसके बाद एफबीआई ने अपने स्‍तर पर फोन को हैक किया। इस मामले में एफबीआई ने एपल पर राष्‍ट्रीय सुरक्षा में सहयोग न देने का केस भी कर दिया था। इसके अलावा एक ड्रग डीलर के आईफोन की जानकारी न देने पर भी एफबीआई और एपल कोर्ट में लड़ रहे हैं।