अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा अपने एक निजी ई-मेल सर्वर के इस्तेमाल के सिलसिले में ‘जानबूझकर गलत व्यवहार’ करने का कोई सबूत नहीं मिलने के बाद मंगलवार (5 जुलाई) को एफबीआई ने उन्हें अभ्यारोपित करने से इनकार कर दिया। एफबीआई का यह बयान डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की संभावित उम्मीदवार हिलेरी के लिए बहुत बड़ी राहत है। हिलेरी ने कहा कि वह इस खबर से काफी ‘खुश’ हैं।
एफबीआई ने सिफारिश की कि हिलेरी के खिलाफ कोई आपराधिक आरोप न लगाया जाए। बहरहाल, एफबीआई ने अपने निजी ई-मेल खाते से गोपनीय सूचनाएं भेजने को लेकर 68 साल की हिलेरी को ‘बेहद लापरवाह’ करार दिया है। एफबीआई के बयान के बाद हिलेरी के प्रचार प्रवक्ता ब्रायन फॉलॉन ने कहा, ‘हम खुश हैं कि इस मामले की छानबीन कर रहे अधिकारियों ने पाया है कि (न्याय) विभाग द्वारा आगे की कोई कार्रवाई उचित नहीं होगी, हमें खुशी है कि अब यह मामला सुलझा लिया गया है।’
इससे पहले, मंगलवार (5 जुलाई) को एफबीआई के निदेशक जेम्स कॉमी ने खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में बताया कि काफी गहन अराजनीतिक जांच के बाद जांच अधिकारियों ने पाया कि हिलेरी की ओर से ‘जानबूझकर गलत व्यवहार’ करने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि, कॉमी ने यह भी कहा कि गोपनीय सूचना के मामलों से निपटने के बाबत कुछ कानूनों के संभावित उल्लंघन के सबूत हैं, लेकिन हमारा मानना है कि कोई भी तर्कपूर्ण अभियोजक ऐसा मामला नहीं लाएगा। उन्होंने कहा कि किसी को आरोपित करने से पहले कई कारकों पर अभियोजकों द्वारा विचार किया जाता है।