Nepal Earthquake: नेपाल में आज सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। USGS Earthquakes द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। सुबह 06:35:16 IST पर महसूस किए गए इन भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई। तिब्बत में भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। तिब्बत में 6.8 की तीव्रता का भूकंप आया और 93 की मौत हो गई है। कई लोग घायल भी हैं।
भारत पर भी पड़ा असर
नेपाल में आए भूकंप का असर भारत पर भी पड़ा है। भारत के बिहार, बंगाल और असम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि नेपाल में अभी तक किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं आई है। कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसमें लोग भूकंप आने के बाद घरों से निकलकर बाहर खुले में खड़े नजर आ रहे हैं।
बता दें कि बिहार के मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया, सिवान, अररिया, सुपौल और मुजफ्फरपुर में सुबह 6.40 बजे के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। कहा जा रहा है कि पांच सेकंड तक धरती हिलती रही। लोग भूकंप के झटके महसूस होने पर डरकर अपने घरों से बाहर निकलने लगे।
बता दें कि नेपाल में साल 2025 की शुरुआत ही भूकंप के झटकों से हुई है। नेपाल में पिछले 7 दिन में 3 बार भूकंप आ चुका है। 3 जनवरी 2025 को भी नेपाल में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 4.4 मापी गई थी। कर्णाली प्रांत के मुगु जिले में भूकंप के झटके लगे थे। इससे पहले 2 जनवरी 2025 को नेपाल में भी 4.8 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके झटके सिंधुपालचौक जिले में लगे थे।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं और जब दबाव ज्यादा बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।