अफगानिस्तान में भूकंप के झटके (Earthquake in Afghanistan) महसूस किये गए है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 थी और इसका केंद्र फायजाबाद प्रान्त से करीब 84 किलोमीटर दूर था। हालांकि इस भूकंप के कारण अभी तक किसी के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है। लोग भूकंप के बाद अपने घरों से बाहर निकल आये।

7 नवंबर को भी आया था भूकंप

इसके पहले अफगानिस्तान के उत्तरी बदख्शान प्रांत में 7 नवंबर की सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गयी थी और भूकंप का केंद्र जुरम जिले में जमीनी सतह से 103 किलोमीटर की गहराई पर था। बदख्शान प्रांत के फायजाबाद शहर के साथ-साथ ताजिकिस्तान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि अच्छी खबर ये भी थी कि इस भूकंप में किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली थी।

शनिवार रात दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप

बता दें कि शनिवार रात दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। वहीं भूकंप आने के बाद लोग घर और दफ्तरों से बाहर की तरफ भागने लगे। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बिजनौर में भूकंप के झटके महसूस हुए और इसी के साथ उत्तराखंड में भी भूकंप के झटके आए। दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.4 मापी गई है। शनिवार रात 7 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और इसका सेंटर नेपाल में बताया गया।

दिल्‍ली-एनसीआर समेत पूरे उत्‍तर भारत में 8 नवंबर की देर रात 1.57 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर स्‍केल पर 6.3 मापी गई थी और भूकंप का केंद्र नेपाल में था। वहीं इसके बाद नेपाल में डेढ़ घंटे में दो झटके महसूस किए गए थे। बता दें कि भूकंप के कारण नेपाल के डोटी जिले में एक घर गिर जाने से 6 लोगों की मौत हो गई थी।

तिब्बत में भी 8 नवंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। बता दें कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई थी। ये भूकंप के झटके सुबह करीब 4.37 मिनट पर महसूस किए गए थे और इसका असर पड़ोसी देश चीन और नेपाल में भी देखने को मिला था।