अमेरिका की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम और बंधकों को रिहा करने के समझौते को समर्थन जताने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को इजरायल पहुंचे। ट्रंप ने घोषणा की कि इस समझौते ने युद्ध को प्रभावी रूप से समाप्त कर दिया है। साथ ही इसने पश्चिम एशिया में स्थायी शांति के द्वार खोल दिए हैं।

डोनाल्ड ट्रंप जैसे ही ‘एयरफोर्स वन’ (अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान) से उतरे, वाहनों का एक काफिला हमास द्वारा समझौते के तहत रिहा किए गए पहले बंधकों को लेकर इजरायल पहुंचा। इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सैन्य बैंड की धुन के बीच ट्रंप का स्वागत किया। तेल अवीव के ‘होस्टेजेज स्क्वायर’ में भीड़ ने ट्रंप के स्वागत में नारे लगाए।

ट्रंप पहले बंधकों के परिवारों से मिलेंगे

ट्रंप पहले बंधकों के परिवारों से मिलेंगे और फिर इजरायल की संसद ‘नेसेट’ को संबोधित करेंगे। यह सम्मान आखिरी बार 2008 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश को मिला था। इसके बाद ट्रंप मिस्र जाएंगे जहां मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी शर्म अल-शेख में गाजा और पश्चिम एशिया के वृहद क्षेत्र में शांति को लेकर 20 से अधिक देशों के नेताओं के साथ एक शिखर सम्मेलन का नेतृत्व करेंगे।

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दोनों देशों के बीच हालांकि स्थिति नाजुक बनी हुई है क्योंकि इजरायल और हमास अब भी 7अक्टूबर, 2023 को शुरू हुए संघर्ष को समाप्त करने की योजना के पहले चरण के कार्यान्वयन के शुरुआती चरणों में हैं। युद्धविराम समझौते के पहले चरण में हमास द्वारा बंधक बनाए गए अंतिम 48 बंधकों की रिहाई, इजरायल द्वारा बंधक बनाए गए सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई, गाजा में मानवीय सहायता में वृद्धि और गाजा के मुख्य शहरों से इजरायली बलों की आंशिक वापसी शामिल है।

बंधकों के अपनों से मिलने की खबर से ही परिवारों में खुशी की लहर है और फलस्तीनियों में मानवीय सहायता में वृद्धि की उत्सुकता है। वहीं, ट्रंप को लगता है कि इस क्षेत्र को नया रूप देने और इजरायल और उसके अरब पड़ोसियों के बीच लंबे समय से बिगड़े संबंधों को फिर से स्थापित करने के लिए बहुत कम समय बचा है।

क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा में हमास और लेबनान में हिज्बुल्ला सहित ईरानी छद्म संगठनों के विनाश के इजरायल के संकल्प के समर्थन में उनके प्रशासन की मध्यस्थता से हुए शांति समझौते की संभावना बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लोग युद्ध से थक चुके हैं और इसी वजह से युद्धविराम कायम रहेगा।’’ ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा कि समझौते की दिशा में प्रगति इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि अरब और मुस्लिम देश दशकों से जारी व्यापक इजरायल -फलस्तीन संघर्ष को सुलझाने और कुछ मामलों में अमेरिका के साथ संबंधों को गहरा करने पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

इजरायल और इजिप्ट दोनों ट्रंप को उनके देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देंगे

इजरायल और इजिप्ट दोनों ने घोषणा की है कि ट्रंप को उनके देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाएगा। युद्धविराम अभी भी अनिश्चित है और यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों पक्ष युद्ध के बाद गाजा के शासन, क्षेत्र के पुनर्निर्माण और इजराइल की हमास से हथियार त्यागने की मांग पर किसी समझौते पर पहुंचे हैं या नहीं। इन मुद्दों पर बातचीत विफल होने की आशंका है और इजरायल ने संकेत दिया है कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वह सैन्य अभियान फिर से शुरू कर सकता है। इस समझौते के तहत इजरायल पांच सीमा चौकियों को फिर से खोलने पर सहमत हुआ, जिससे अकाल से जूझ रहे गाजा के कुछ हिस्सों में खाद्य और अन्य आपूर्ति का प्रवाह आसान हो जाएगा।

लगभग 200 अमेरिकी सैनिक युद्धविराम समझौते का समर्थन और निगरानी करने वाली टीम का हिस्सा हैं। इस टीम में भागीदार देश, गैर-सरकारी संगठन और निजी क्षेत्र के संगठन शामिल हैं। पढ़ें- हमास से आज रिहा होने वाले 20 बंधकों के नाम जारी

(इनपुट-एपी)