अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको के साथ व्यापार रोकने सहित अमेरिका-मेक्सिको की पूरी सीमा को बंद करने की धमकी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर मध्य अमेरिका से प्रवासियों के आने से अव्यवस्था उत्पन्न होनी है तो वह यह कदम उठाएंगे। आव्रजकों का कहना है कि वे अपने देश होंडुरास, ग्वाटेमाला व अल सल्वाडोर में हिंसा, गरीबी, उत्पीड़न की वजह से पलायन को मजबूर हैं। ट्रंप ने सीमा पर करीब 5,800 जवानों की तैनाती की है और उन्होंने पहले इन प्रवासियों को ‘हमला’ बताया था। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, “अगर हम पाते हैं कि प्रवासियों से हम नियंत्रण खोने जा रहे हैं या जहां लोगों को नुकसान पहुंचना शुरू हो रहा है तो हम देश में प्रवासियों के प्रवेश को एक निश्चित समय तक बंद कर देंगे, जब तक कि हम इस पर नियंत्रण नहीं कर लेते।”
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने गुरुवार को यह भी कहा कि उन्होंने सीमा के जवानों को जरूरत पड़ने पर बल का प्रयोग करने का भी आदेश दिया है। अमेरिका ने सोमवार को एक व्यस्त क्रॉसिंग को बंद करके नए बैरियर लगा दिए। मध्य अमेरिका से 4,000 किमी की यात्रा करके हजारों प्रवासी सीमा पर ठहरे हुए हैं।
20 नवंबर को ही ट्रंप ने एक बयान जारी कर कहा था किसी हिंसापूर्ण स्थिति में प्रवासियों से सीमावर्ती कर्मियों की रक्षा के लिए मेक्सिको से जुड़ी दक्षिण-पश्चिम सीमा पर अमेरिकी सैनिकों को नए अधिकार दे सकते हैं। वर्तमान में सैनिकों के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है जो सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी) के कर्मियों पर हमला करने की स्थिति में हस्तक्षेप की इजाजत देता हो। वे केवल आत्मरक्षा के लिए कोई उपाय उठा सकते हैं। अधिकारियों ने ‘सीएनएन’ को सोमवार को बताया कि उन्हें संघीय संपत्ति की सुरक्षा की भी अनुमति का अधिकार मिलेगा। करीब 5,800 से लेकर 5,900 सैनिकों को सीमावर्ती मिशन के लिए भेजा जाएगा।

