अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2017 को इनॉग्रेशन डे के अवसर पर अपने पद की शपथ ग्रहण करेंगे और उनके चार साल के कार्यकाल की शुरुआत हो जाएगी। इसी बीच यह याद रखना भी जरूरी है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के एक बड़े कारोबारी भी हैं। सीएनएन के एक रिव्यू के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप का अंतरराष्ट्रीय स्तर का कारोबारी दुनियाभर के 25 देशों तक फैला हुआ है और इसमें 144 कंपनियां ऑपरेट करती हैं। द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन की ये कंपनियां एशिया, यूरोप, अफ्रीका, दक्षिणी अमेरिका और उत्तरी अमेरिका जैसे महाद्वीपों तक फैला हुआ है।

डोनाल्ड ट्रंप की द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन मैनेजमेंट, रियल एस्टेट, एंटरटेन्मेंट, हॉस्पिटेलिटी, रीटेल और ऑनलाइन शॉपिंग जैसे सेक्टर्स में ऑपरेट करती है। रिव्यु के मुताबिक ट्रंप का कारोबार यूएई में किसी गॉल्फ कोर्स के मैनेजमेंट से लेकर इजराइल में शराब बेचने तक फैला हुआ है। साथ ही भारत में भी द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन की 16 कंपनियां मौजूद हैं। इसके अलावा द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन की इंडोनेशिया में 16, कनाडा में 14, यूएई में 12, स्कॉटलैंड में 10, चीन में 9, ब्राजिल में 8, पनामा में 8, सऊदी अरब में 8 और कतर में 4 कंपनियां मौजूद है। साथ ही मेक्सिको, साउथ अफ्रीका, तुर्की और मिस्र में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन की दो-दो कंपनियां मौजूद हैं और बरमूडा और अरजेंटीना में एक-एक कंपनी मौजूद है।

वहीं रिव्यु के मुताबिक ऑर्गेनाइजेशन के कारोबार को लेकर अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी समेत दुनियाभर के कुछ लीडर्स भी समय-समय पर ट्रंप पर निशाना साधते रहे हैं। अमेरिका में मुस्लिमों की एंट्री पर बैन लगाने की बात के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ने इस्तानबुल की ट्रंप टावर की डील की आलोचना की थी।हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव लड़ते समय संपत्ति का जो ब्यौरा दिया था, उससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके कारोबार का एस्टिमेट जानना काफी मुश्किल है क्योंकि उनके टैक्स रिटर्स की डिटेल्स आना अभी बाकी है।