Donald Trump Hush Money Case: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। हश मनी मामले में आज कोर्ट का फैसला आने वाला है, सभी के मन में सवाल है कि हश मनी केस आखिर है क्या? क्या डोनाल्ड ट्रंप को इस मामले में जेल हो सकती है? क्या शपथ से पहले ट्रंप की दिक्कतें बढ़ सकती हैं?

हश मनी का मतलब क्या होता है- What is Hash Money?

अगर बिल्कुल ही साधारण शब्दों में समझने की कोशिश करें तो हश मनी का मतलब होता है एक ऐसा पैसा जो किसी को चुप करवाने के लिए दिया जाए। किसी भी चीज का प्रलोभन देकर अगर आप दूसरे व्यक्ति को चुप करवा रहे हैं, इसे हश मनी की श्रेणी में रखा जाएगा। जरूरी नहीं कि यह प्रलोभव हर बार पैसे के जरिए ही हो, दूसरी चीजों के जरिए भी ऐसा किया जा सकता है।

हश मनी का मामला गंभीर कब माना जाए?

हश मनी के मामले गंभीर तब बन जाते हैं जब उसमें पैसा आ जाता है। इसे ऐसे समझना चाहिए अगर कोई आरोपी अपनी कंपनी से पैसा देता है, लेकिन बाद में उस रिकॉर्ड को छिपाने की कोशिश करता है, उस स्थिति में वो गंभीर अपराध माना जाएगा।

ट्रंप को लेकर क्या पता चला है?

डोनाल्ड ट्रंप को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने अकाउंट में कथित हेरा फेरी की है। अब समझने वाली बात यह है कि अमेरिका कानून साफ कहता है अगर व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेरा फेरी की गई है तो उसमें लंबी सजा हो सकती है। हश मनी केस में तो 4 साल तक के लिए आदमी जेल में जा सकता है। लेकिन क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप पर यह पहला ऐसा मामला है, ऐसे में जानकार मानते हैं कि शायद उन्हें जेल न जाना पड़े और सिर्फ जुर्माना देखकर वे छूट जाएं।

डोनाल्ड ट्रंप ने चुप रहने के पैसे किसे दिए?

अब डोनाल्ड ट्रंप कैसे हर्ष मनी मामले में फंसे, यह जानने की कोशिश करते हैं। यह बात 2016 की है जब डोनाल्ड ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे थे। तब एडल्ट फिल्म एक्ट्रेस स्टॉर्मी डेनियल्स को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ था। कहा गया कि ट्रंप ने उन्हें चुप रहने के लिए 1 लाख 30000 डॉलर रुपए का भुगतान किया था। यह पैसा ट्रंप ने तब अपने पूर्व वकील माइकल कोहेन के जरिए दिलवाया था। हैरानी की बात यह रही कि कुछ समय बाद कोहेन ने ही ट्रंप को धोखा देते हुए उस मामले का खुलासा कर दिया और डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ गईं। ट्रंप से जुड़ी और खबरें जानने के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं