Donald Trump gets clean chit: महाभियोग के केस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उच्च सदन कहे वाले सीनेट ने क्लीन चिट दे दी है। ट्रंप पर राष्ट्रपति पद के दुरुपयोग और कांग्रेस यानी संसद की कार्रवाई को बाधित करने के आरोप थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ कई सप्ताह तक चली जांच के बाद सीनेट ने वोटिंग कर फैसला दिया है।
पद के बेजा इस्तेमाल के आरोपों को लेकर रिपब्लिकन पार्टी के नेतृत्व वाले सीनेट में ट्रंप के पक्ष में 48 के मुकाबले 52 वोट पड़े। इसके अलावा कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के आरोप से ट्रंप को बरी करने के पक्ष में 53 वोट पड़े। हालांकि उन्हें दोषी करार देने के पक्ष में 47 वोट पड़े थे। रिपब्लिकन मिट रोमनी ने पद के दुरुपयोग के मामले में ट्रंप के खिलाफ वोट डाला, लेकिन कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के मामले में उन्होंने ट्रंप को बरी करने के पक्ष में वोट दिया।
बरी होने के बाद चुनाव में दमखम से उतरेंगे ट्रंप: इस साल नवंबर में ही अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं और ट्रंप ऐसे पहले व्यक्ति होंगे, जो महाभियोग का सामना करने के बाद भी चुनाव मैदान में उतरेंगे। डेमोक्रेट्स सांसदों ने ट्रंप पर आरोप लगाया था कि उन्होंने यूक्रेन के जरिए अपने प्रतिद्वंद्वियों को बदनाम कराने की कोशिश की थी। माना जा रहा है कि महाभियोग के केस में बरी होने के बाद अब दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के लिए उतरने वाले ट्रंप का चुनाव में पलड़ा भारी रहेगा। अमेरिका में नवंबर के महीने में राष्ट्रपति का चुनाव होना है।
दोषी करार दिए जाते ट्रंप तो माइक पेंस संभालते राष्ट्रपति पद: बुधवार को ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर हुई ऐतिहासिक वोटिंग में सीनेट ने उन्हें 45वें राष्ट्रपति के पद पर बनाए रखने का फैसला लिया। यदि ट्रंप के खिलाफ ज्यादा मत होते तो उन्हें पद छोड़ना पड़ता और उनकी जगह उपराष्ट्रपति माइक पेंस को यह जिम्मेदारी मिलती।
संसद की कार्रवाई को बाधित करने के थे आरोप: ट्रंप के खिलाफ भ्रष्टाचारों के आरोपों की कई सप्ताह तक जांच किए जाने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले निचले सदन प्रतिनिधि सभा ने दिसंबर में पद के दुरुपयोग और कांग्रेस (संसद) की कार्रवाई बाधित करने का अभियोग राष्ट्रपति पर लगाया था।