अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बीते ओलंपिक खेलों में जेंडर विवाद को फिर से हवा दी है। ट्रंप ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली खिलाड़ियों की आलोचना करते हुए ट्रंप ने कहा कि महिलाओं के खेल से पुरुषों को दूर रहना चाहिए। अमेरिकी चुनाव के दौरान पेंसिल्वेनिया की रैली में ट्रंप ने पुरुषों को महिलाओं के खेल से दूर रहने की बात की।

पेरिस ओलंपिक को लेकर जेंडर पहली बार नहीं हुआ है। जिन खिलाड़ियों को लेकर आरोप लगा है। उन्हीं खिलाड़ियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने भी हवा दी है। ट्रंप ने इससे पहले भी जेंडर विवाद को उठा चुके हैं। इसको लेकर ट्रंप को एलन मस्क समेत कई हस्तियों का समर्थन भी मिल चुका है। हालांकि ट्रंप को इस मुद्दे पर LGBTQ समूह ने खूब आलोचना भी की है।

पेरिस ओलंपिक में बॉक्सिंग के दौरान मैच में इटली की एंजेला कैरिनी और अल्जीरिया की ईमान खलीफ के बीच मैच था मैच शुरू होने से महज 46 सेकेंड के भीतर ही मैच एंजेला हट गईं। जिसके बाद मैच में इमान ने जीत दर्ज की। मैच खत्म होने के बाद एंजेला ने बताया कि उन्होंने इससे पहले कभी ऐसा मुक्का नहीं खाया था। डोनाल्ड ट्रंप ने इसका वीडियो भी शेयर करते हुए सवाल खड़ा किया है।

पेरिस ओलंपिक में दो एथलीटों को लेकर विवाद

पेरिस ओलंपिक में दो महिला खिलाड़ियों को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े किए गए हैं। मुक्केबाज अल्जीरिया की इमान खलीफ पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपना जेंडर छुपाया है। जानकारी के अनुसार खलीफ पहले आदमी थे लेकिन बाद में उन्होंने अपना जेंडर परिवर्तित करा लिया। इसी वजह से वो महिला मुक्केबाजी में खेल रही थी। इसको लेकर ट्रंप ने शुरू से ही लगातार प्रश्नचिन्ह खड़े किए थे। ट्रंप का कहना है कि वो पुरुष थे। लेकिन दोनों ने महिलाओं के वर्ग में मैच खेला। 

जेंडर का होता है ऐसा मामला

मामला ऐसा है कि कुछ लोग पैदा होने के साथ मेल होते हैं लेकिन आगे चलकर वो अपना जेंडर चेंज कराते हैं। जिसको फीमेल शरीर में पुरुष क्रोमोसोम और मेल शरीर में फीमेल शरीर में क्रोमोजोम। उन लोगों को बायोलॉजिकल मेल या फीमेल कहने से परहेज किया जाता है।