उत्तरी नाइजीरिया के एक बाजार में विवाद के बाद युवा ईसाईयों और मुसलमानों के बीच झड़पों में इस सप्ताह 55 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि कसुवान मगानी बाजार में ठेले वालों के बीच विवाद के बाद हाउसा मुसलमानों और अदार ईसाई युवकों में लड़ाई हो गई। सूत्रों ने बताया कि बाजार में हुए विवाद में गुरुवार को दो लोग मारे गए। पुलिस ने अस्थायी तौर पर हिंसा रोक दी लेकिन अदार युवाओं ने हाउसा निवासियों पर हमला किया और उनके घरों को जलाया।
कसुवार मगानी में रहने वाले मोहम्मदु बाला ने कहा, ‘‘दूसरे हमले में ज्यादातर लोगों की हत्याएं हुई।’’ राष्ट्रपति कार्यालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी ने कडुना राज्य के कसुवान मगानी में ताजा साम्प्रदायिक हिंसा की निंदा की है।’’ बयान में कहा गया है कि गुरुवार को बाजार में विवाद के बाद हिंसा भड़की। राष्ट्रपति ने कहा कि समुदायों के बीच सामंजस्य के बिना रोजाना के कारोबार के अनुकूल माहौल बनाना असंभव होगा।
According to the President, “No culture and religion support the disregard for the sanctity of life,” adding that “peaceful coexistence is necessary for the progress of any society and its wellbeing.”
— Garba Shehu (@GarShehu) October 20, 2018
घटना के बाद राज्य पुलिस कमीशनर ने कहा कि, “हिंसक झड़प को लेकर 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अधिकारी हर पल प्रभावित इलाके का दौरा कर रहे हैं। किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।” बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब नाइजीरिया में इस तरह की घटना हुई है। यहां अक्सर ऐसी घटनाएं होती रहती है। कुछ समय पहले नाइजीरिया के अशांत मध्य क्षेत्र में कृषक समुदाय बेरोम और घुमंतू चरवाहा समुदाय फुलानी के बीच जोल नाम के इलाके में जबरदस्त हिंसा हुई थी। सशस्त्र अपराधियों ने बेरोम समुदाय पर हमला कर 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस घरों को ध्वस्त कर दिया था। जून माह में भी बेरोम और फुलानी समुदाय के बीच हिंसा की वजह से 86 लोग मारे गए थे।