ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून की मां मेरी को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। कैमरून सरकार द्वारा देश के विभिन्न काउंसिल्स (परिषदों) को दी जाने वाली सहायता राशि में कटौती के बाद यह नौबत आई है। 72 वर्षीय मैरी कैमरून ऑक्सफोर्टशायर में बच्चों के सेंटर में सेवाएं दे रही थीं।

 दरअसल, बढ़ती महंगाई को देखते हुए कैमरून सरकार ने खर्च कम करने की कवायद शुरू की थी। बीते साल नवंबर में जॉर्ज ओसबॉर्न की समीक्षा रिपोर्ट मिलने के बाद से इंग्लैंड के सभी काउंसिल्स की सहायता राशि में 2020 तक 24 फीसदी की कटौती करने का फैसला लिया गया। कैमरून की मां का सेंटर भी इसी के चलते बंद हुआ है। यही नहीं, कैमरून के संसदीय क्षेत्र विंटने के कई चिल्ड्रन्स सेंटर्स बंद कर दिए गए हैं।

मैरी का कहना है कि कैमरून प्रशासन के इस फैसले से उन्हें गहरा झटका लगा है। खास बात यह है कि सरकार की इस कवायद के खिलाफ याचिका दायर करने वालों में पहले मैरी का भी नाम था। हालांकि इसका कोई असर नहीं हुआ और वेस्ट बर्कशायर काउंसिल ने चिवेली एंड एरिया चिल्ड्रन्स काउंसिल बंद कर दिया। जब मैरी से पूछा गया कि क्या उन्होंने इस बारे में बेटे से बात की है तो उन्होंने कहा, मैंने डेविड से बात नहीं की, क्योंकि मैं उनके काम में दखल नहीं देना चाहती।