खालिस्तानी अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून (Gurpatwant Singh) की कथित तौर पर हत्या की सुपारी लेने वाले भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता (Nikhil Gupta) को चेक गणराज्य (Czech Republic) ने अमेरिका भेज दिया है। अमेरिकी सरकार ने चेक सरकार से उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। उसे पिछले साल अमेरिका के ही अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया था। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ अखबार की रिपोर्ट में निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण की खबर जारी करते हुए बताया है ‘‘गुप्ता को दो दिन पहले न्यूयॉर्क लाया गया है।’’ पुलिस उसे सोमवार को न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में पेश कर सकती है। फिलहाल वह ब्रूकलिन में संघीय मेट्रोपॉलिटन हिरासत केंद्र में बंद है। उसे वहां बंदी के तौर पर रखा गया है।

भारत ने साजिश में हाथ होने से किया है इनकार

गुप्ता का प्रर्त्यपण ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन वार्षिक आईसीईटी संवाद के लिए नई दिल्ली की यात्रा पर आने वाले हैं। सुलिवन अपने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के समक्ष इस मुद्दे को उठा सकते हैं।

आरोप है कि हत्या के लिए15,000 डॉलर एडवांस दिया गया था

‘द वाशिंगटन पोस्ट’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता ने पन्नून की हत्या के लिए एक शख्स को सुपारी दी थी। इस काम के लिए उसे 15,000 डॉलर एडवांस में दिया था। उनका आरोप है कि इस काम में भारत सरकार का एक अधिकारी भी शामिल था, हालांकि उन्होंने उसका नाम नहीं बताया।

खालिस्तानी अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश मामले में किसी भी रूप में शामिल होने के आरोपों से भारत ने इनकार किया है। निखिल गुप्ता ने भी अपने वकील के जरिए कोर्ट को बताया है कि घटना में उसका कोई हाथ नहीं है। आरोप पूरी तरह से गलत है। उसे बेवजह फंसाया जा रहा है।

इससे पहले कनाडा के अधिकारियों ने अपनी जमीन पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ का आरोप लगाया था। भारत में विभिन्न आतंकी आरोपों में वांछित कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।