कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को बर्बाद करने का काम कर दिया था। लाखों लोगों की मौत हुई, करोड़ों संक्रमित हुए और अभी भी उसका असर कई जगह देखने को मिल रहा है। इस बीच चीन का फितूर वाला दिमाग फिर कुछ खतरनाक करता दिख रहा है। चीन की तरफ से कोरोना के ही एक नए स्ट्रेन पर रिसर्च की जा रही है। इस नए स्ट्रेन का नाम GX_P2V बताया गया है और इसके बारे में bioRxiv नामक रिसर्च साइट पर लिखा गया है।

बताया जा रहा है कि इस नए वायरस का चूहों पर प्रयोग किया गया। पाया गया कि चूहों ने आठ दिन के अदंर ही दम तोड़ दिया। इस वायरस का दिमाग पर गंभीर परिमाण देखने को मिला, शरीर पर कई दूसरे भयंकर साइड इफेक्ट भी आए। चिंता की बात ये है कि माना जा रहा है कि ये वायरस इंसानों में भी फैल सकता है। इसे कोरोना से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।

अब एक तरफ चीन अपनी तरफ से इसे रिसर्च कह रहा है, कई अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक इसे पागलपन बता रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि जब कोरोना खत्म हो चुका है, इस प्रकार की खतरनाक रिसर्च करने का कोई मतलब नहीं। लेकिन चीन का दावा है कि इस एक स्टडी के दम पर कोरोना वायरस को और करीब से समझा जा सकता है। जो रिसर्च की गई है, उसमें चूहों को लेकर काफी कुछ बताया गया है।

रिसर्च के मुताबिक कुछ दिनों के अंदर में ही चूहों के फेफड़ों, हड्डियों, आंखों, श्वासनली और दिमाग पर असर पड़ना शुरू हो गया था। हालात इतने खराब हो गए थे कि सिर्फ आठ दिनों के अंदर में ही उनकी मौत हो गई। अब चीन की ये खतरनाक रिसर्च इस समय दुनिया को डरा रही है। इसका कारण ये है कि कोरोना भी चीन से ही फैला था, कैसे फैला, इसे लेकर आज भी विवाद की स्थिति है। कुछ इसे लैब लीक बताते हैं तो कुछ चमकादड़ों द्वारा फैली एक महामारी के रूप में देखते हैं।