Blast In China Restaurant News: चीन के एक रेस्टोरेंट में कुकिंग गैस विस्फोट के कारण बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 31 लोगों की जान चली गई है। चीन के नॉर्थवेस्टर्न इलाके में एक बार्बेक्यू रेस्टोरेंट में यह विस्फोट हुआ है। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि यह ब्लास्ट उस वक्त हुआ जब बुधवार (21 जून, 2023) को ड्रैगन बोट फेस्टिवल मनाने के लिए गलियों में लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी, तभी कुकिंग गैस ब्लास्ट हो गया।
यह हादसा यिनचुआन में रात को 8 बजकर 40 मिनट पर हुआ। ड्रैगन बोट फेस्टिवल में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचे थे, जिसकी वजह से काफी भीड़ भी थी। इस फेस्टिवल के मौके पर चीन में नेशनल हॉलीडे होता है। इस फेस्टिवल के दौरान, लोग राइश डंबपलिंग और बोट रेसिंग करके एंजॉय करते हैं।
ऑनलाइन न्यूज साइट द पेपर ने एक महिला का हवाला देते हुए कहा कि जब उसने धमाके की आवाज सुनी तो वह रेस्टोरेंट से लगभग 50 मीटर (164 फीट) दूर थी। उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने दो वेटरों को रेस्टोरेंट से बाहर निकलते देखा और रेस्टोरेंट से घना धुआं भी निकल रहा था और खाना बनाने वाली गैस की तेज बदबू पूरे इलाके में फैल गई। केंद्र सरकार के आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि रेस्टोरेंट में खोज और बचाव कार्य गुरुवार सुबह पूरा हो गया और विस्फोट का कारण निर्धारित करने के लिए जांचकर्ताओं को भेजा गया है।
इस प्रकार की औद्योगिक दुर्घटनाएं चीन में होती रहती हैं , जिसके लिए आमतौर पर खराब सरकारी पर्यवेक्षण, भ्रष्टाचार, नियोक्ताओं द्वारा लागत में कटौती के उपाय और कर्मचारियों के लिए कम सुरक्षा प्रशिक्षण को जिम्मेदार ठहराया जाता है। एक चीनी पेट्रोकेमिकल संयंत्र में विस्फोट में कम से कम नौ लोग मारे गए थे और देश के मई दिवस की छुट्टियों के दौरान एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में तीन अन्य की मौत हो गई थी।
फरवरी में इनर मंगोलिया के उत्तरी क्षेत्र में एक बड़े खुले गड्ढे वाली कोयले की खदान के ढहने से 53 खनिकों की मौत हो गई थी। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और नवंबर में मध्य चीन में एक औद्योगिक व्यापारिक कंपनी में आग लगने के कारण चार लोगों को हिरासत में लिया गया था।
केंद्र सरकार ने 2015 में उत्तरी बंदरगाह शहर तियानजिन में एक रासायनिक गोदाम में विस्फोट के बाद से मजबूत सुरक्षा उपायों का वादा किया है। इस हादसे में 173 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर अग्निशामक और पुलिस अधिकारी थे। इस मामले में कई स्थानीय अधिकारियों पर सुरक्षा उल्लंघनों को नजरअंदाज करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था।