कोलंबिया की सरकार और एफएआरसी गुरिल्ला बल के बीच एक स्थायी संघर्षविराम लागू करने पर सहमति बन गई है। यह कदम लातिन अमेरिका के सबसे लंबे समय तक चले गृह युद्ध के खात्मे की दिशा में उठाए जा रहे अंतिम कदमों में से एक है। यह घोषणा लगभग 50 साल से चले आ रहे गृह युद्ध के खात्मे का संदेश है। इस संघर्ष के कारण बड़ी मात्रा में कोकेन का उत्पादन करने वाले इस देश के जंगलों में हजारों लोग मारे जा चुके हैं। दोनों पक्षों ने बुधवार (22 जून) को जारी एक संयुक्त बयान में कहा, ‘हम एक स्थायी द्विपक्षीय संघर्षविराम लागू करने और शत्रुता को खत्म करने के लिए सफलतापूर्वक एक समझौते पर पहुंच गए हैं।’

एफएआरसी के कमांडर कार्लोस लोजादा ने ट्वीट किया, ‘गुरुवार, 23 जून को हम युद्ध के अंतिम दिन की घोषणा करेंगे।’ यह संधि सरकार और देश के सबसे बड़े विद्रोही समूह रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेज ऑफ कोलंबिया (एफएआरसी) के बीच शांति वार्ताओं के अंतिम बिंदुओं को सुलझाती है। इस समझौते की औपचारिक घोषणा गुरूवार को कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सांतोस और एफएआरसी के कमांडर तिमोलियोन जिमेनेज करेंगे।

बयान में कहा गया कि विदेशी नेता और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून समेत कई अधिकारी इस अवसर पर मौजूद होंगे। कोलंबिया के राष्ट्रपति ने इस सप्ताह कहा था कि वह 20 जुलाई तक पूर्ण शांति संधि हो जाने की उम्मीद करते हैं। कोलंबिया का संघर्ष 1960 के दशक में ग्रामीण उत्थान के साथ शुरू हुआ था। दशकों से चला आ रहा यह संघर्ष कई वामपंथी विद्रोही समूह, दक्षिण पंथी अर्द्धसैन्य बल और नशीले पदार्थों से जुड़े गिरोहों के बीच रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस हिंसा में 2.6 लाख लोग मारे गए हैं, 45 हजार लोग लापता हैं और लगभग 70 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।