साउथ चाइना सी विवाद पर अंतर्राष्‍ट्रीय न्‍यायालय के फैसले को मानने से इनकार के बाद चीन अब जंग को तैयार है। चीन की सरकारी मीडिया ने देश से ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ जंग छेड़ने की वकालत की है। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने कहा है अगर ऑस्‍ट्रेलिया समुद्र में कोई हरकत करता है तो ‘चीन के लिए धमकाने और हमला करने के लिए ऑस्‍ट्रेलिया आदर्श निशाना है।” अखबार ने धमकी दी है कि साउथ चाइना सी पर बीजिंग के ऐतिहासिक दावे पर हेग के अंतर्राष्‍ट्रीय ट्रिब्‍यूनल के फैसले का समर्थन करने के लिए ‘ऑस्‍ट्रेलिया को सबक मिलेगा।’ चीन ने ट्रिब्‍यूनल का फैसले को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि यह अदालत के न्‍यायक्षेत्र से बाहर है क्‍योंकि चीन ने कभी भी मध्‍यस्‍थता के लिए नहीं कहा था।

अमेरिका और जापान की तरह ऑस्‍ट्रेलिया ने भी चीन से फैसले के अनुसार व्‍यवहार करने को कहा है। तीनों देशों का दावा था कि अंतर्राष्‍ट्रीय कानून के तहत यह चीन की जिम्‍मेदारी है, चाहे केनबरा, वाशिंगटन और टोक्‍यो इस विवाद का हिस्‍सा हो या नहीं। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने ऑस्‍ट्रेलिया को ‘शर्मनाक इतिहास वाला देश’ बताया है। अखबार ने लिखा है कि ऑस्‍ट्रेलिया ‘पहले यूनाइटेड किंगडम की जेल’ था और ‘असामाजिक’ तरीके से बसाया गया था। अखबार ने लिखा है कि ‘ऑस्‍ट्रेलिया आर्थिक हितों को साधने के लिए चीन को दबाना चाहता है।’ चीनी अखबार लिखता है कि ‘चीन को बदला जरूरी लेना चाहिए ताकि ऑस्‍ट्रेलिया को पता लगे कि यह गलत है।’

अखबार ने लिखा, ‘ऑस्‍ट्रेलिया की ताकत चीन की सुरक्षा के आगे कुछ भी नहीं है। अगर ऑस्‍ट्रेलिया साउथ चाइना सी के पाने में कदम रखता है तो वह चीन के लिए धमकाने और हमला करने का आदर्श निशाना साबित होगा।’ संपादकीय में ऑस्‍ट्रेलिया की बेइज्‍जती करते हुए लिखा गया है, ”ऑस्‍ट्रेलिया कागज का शेर भी नहीं है, यह कागज की बिल्‍ली है।”

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