चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर (एससीएस) में लंबी दूरी की विमानरोधी मिसाइलें तैनात की हैं जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संसाधन संपन्न इस क्षेत्र में क्षेत्रीय विवादों के हल के लिए ठोस कदमों का आह्वान किया है। दक्षिण चीन सागर पर ताईवान और वियतनाम भी अपना दावा करते हैं। फॉक्स न्यूज की खबर है कि उपग्रह चित्रों में दक्षिण चीन सागर में पारासेल द्वीप श्रृंखला के वुडी द्वीप पर जमीन से हवा में मार करने वाली आठ एचक्यू-9 मिसाइल लांचर और रेडार प्रणालियों के दो सेट नजर आते हैं।

चित्रों के अनुसार तीन फरवरी को द्वीप का तट खाली था जबकि 14 फरवरी को मिसाइलें नजर आयीं। फाक्स की खबरों के अनुसार एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि चित्रों में 200 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली एचक्यू-9 वायु रक्षा प्रणाली दिख रही है जिससे समीप से गुजरने वाले असैन्य एवं सैन्य विमान के लिए खतरा पैदा होगा।

यह वही द्वीप है जिसके समीप से कुछ हफ्ते पहले एक अमेरिकी नौसेना विध्वंसक गुजरते हुए दूसरे विवादित द्वीप पर गया था। वुडी द्वीप पारसेल्स द्वीप श्रृंखला का हिस्सा हे जो 40 साल से भी अधिक समय से चीन के नियंत्रण में है। ताईवान एवं वियतनाम भी उसपर दावा करते हैं। वहां ये मिसाइलें पिछले ही हफ्ते पहुंचीं।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब राष्ट्रपति ओबामा ने कैलीफोर्निया में 10 एशियाई नेताओं की मेजबानी की और उनमें से कुछ दक्षिण चीन सागर में चीन की हाल की गतिविधि से चिंतित थे।

ओबामा ने मंगलवार (16 फरवरी) कहा कि जहां कहीं भी अंतरराष्ट्रीय कानून इजाजत देगा, अमेरिका उड़ान भरेगा, नौ परिवहन करेगा और संचालन करेगा तथा वह सभी देशों को ऐसा करने के उनके अधिकार का समर्थन करेगा। उन्होंने साथ ही इस विवादित एवं प्राकृतिक संसाधन संपन्न दक्षिण चीन सागर में तनाव कम करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।
ओबामा ने दक्षिण चीन सागर में तनाव कम करने के लिए ठोस कदम उठाने का किया आह्वान

चीन के बल प्रदर्शन के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दक्षिण चीन सागर में तनाव कम करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान करते हुए कहा है कि अमेरिका उन सभी क्षेत्रों में उड़ान भरेगा, नौकाएं चलाएगा और संचालन करेगा जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून उसे ऐसा करने की अनुमति देता है और वह ऐसा करने के सभी देशों के अधिकारों की रक्षा करेगा।

ओबामा ने कैलिफोर्निया के सनीलैंड्स में दो दिवसीय अमेरिका-आसियान शिखर सम्मेलन के समापन पर मंगलवार (16 फरवरी) संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने दक्षिण चीन सागर में नए निर्माण और विवादित क्षेत्रों के सैन्यीकरण को रोकने समेत ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता पर चर्चा की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने सहयोगियों और साझीदारों की मदद करते रहेंगे ताकि वे अपनी समुद्री क्षमताओं को मजबूत कर सकें। हमने इस बात पर चर्चा की कि क्षेत्र में दावा पेश करने वाले पक्षों के बीच किसी भी प्रकार के विवाद को किस प्रकार शांतिपूर्वक और कानूनी माध्यमों के जरिए दूर किया जाना चाहिए जिनका सम्मान एवं पालन करना सभी पक्षों के लिए बाध्यकारी है।’’

ओबामा और 10 आसियान नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र चार्टर, आसियान चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के उसूलों एवं मकसदों को दृढता से बरकरार रखते हुए सभी देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, समता एवं राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए आपसी सम्मान होना चाहिए।’’