भारत में मॉब लिंचिंग की घटनाएं पिछले काफी समय से सुर्खियां बटोर रही हैं। अब ऐसे ही हालात या कहें कि इससे भी बदतर हालात हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में देखने को मिले हैं। दरअसल वहां सोशल मीडिया से फैले झूठ ने 8 बेकसूर लोगों की जान ले ली। बांग्लादेश में बच्चा चोरी के आरोप में बीते 2 हफ्तों में गुस्साई भीड़ ने 8 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला है। मरने वालों में 2 महिलाएं भी शामिल हैं। अफवाह के चलते हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं से सरकार भी चिंतित है और उसने इसे लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है।
दरअसल इस पूरे विवाद की शुरुआत करीब ढाई हफ्ते पहले सोशल मीडिया पर चल रही एक अफवाह से हुई, जिसमें कहा गया कि पद्मा पुल के निर्माण के लिए बच्चों का अपहरण कर उनकी बलि दी जा रही है। बता दें कि पद्मा पुल, पद्मा नदी पर बन रहा है और बांग्लादेश का बहुत ही महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है, जिस पर वहां की सरकार 3 बिलियन डॉलर खर्च कर रही है।
इस अफवाह के चलते गुस्साए लोगों की भीड़ ने पूरे बांग्लादेश में 30 लोगों पर हमला किया है, जिनमें से 8 की मौत हो चुकी है और 22 बुरी तरह घायल हुए हैं। अब अफवाहों के चलते हो रहीं मॉब लिंचिंग की घटनाओं के प्रति लोगों का गुस्सा भड़क गया है और लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
बीती 20 जुलाई को ही राजधानी ढाका में 42 वर्षीय तस्लीमा बेगम नाम की महिला को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था। पीड़िता अपनी बेटी के एडमिशन के सिलसिले में स्कूल जा रही थी। तभी उसे बच्चा चोर समझकर लोगों ने पीटना शुरू कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि भीड़ से बचाकर स्कूल के लोगों ने तस्लीमा बेगम को एक कमरे में बंद कर दिया था और पुलिस को फोन कर ही रहे थे की गुस्साई भीड़ ने पीड़िता के कमरे से निकालकर फिर पीटा और जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।