कनाडा के ओंटारियो में एक हिंदू मंदिर को बुधवार को तोड़ दिया गया। इससे पहले भी इस तरह की घटना इस ही साल 31 जनवरी को हुई थी जब कनाडा के ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर को भारत विरोधी ग्रेफिटी बनाकर खंडित किया गया था।

विंडसर पुलिस ने इस मामले से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया है जिसमें दो संदिग्ध मंदिर की दीवारों पर स्प्रे पेंटिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने कहा कि इस मामले की हेट क्राइम के तहत जांच की जा रही है।

हिन्दू विरोधी नारे

ओंटारियो के इस मंदिर के साथ इस तरह का बर्ताव करने वाले इन लोगों ने मंदिर की बाहरी दीवार पर हिंदुस्तान मुर्दाबाद और मोदी को आतंकवादी घोषित जैसे नारे पेंट किए गए थे। फुटेज में बुधवार रात 12 बजे के बाद संदिग्ध नजर आ रहे हैं, जिनमें से एक इमारत पर नजर रख रहा है, जबकि दूसरा मंदिर में तोड़फोड़ कर रहा है। विंडसर पुलिस ने संदिग्धों का विवरण जारी किया है और मंदिर के आसपास के निवासियों को सबूत के लिए रात 11 बजे से 1 बजे के बीच अपने घर की निगरानी और वीडियो फुटेज की जांच करने के लिए कहा है।

चार महीने में दूसरी घटना

इससे पहले कानाडा के ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया था। यह घटना 31 जनवरी की है। इस मामले पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई थी। कनाडा में भारतीय दूतावास ग्लोबल अफेयर्स, कनाडा को इस पूरे मामले से अवगत कराया गया था। साथ की अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी थी।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न से भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मेलबर्न में विष्णु मंदिर को नुकसान पहुंचाया गया था और मंदिर में तोड़फोड़ की गयी थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त ने मंदिर का दौरा किया था।