कनाडा के सरे (Surrey) में बुधवार सुबह लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार के बेटे के घर पर कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियां चलाईं। हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। गोलीबारी की घटना सरे के 80 एवेन्यू के 14900 ब्लॉक के एक आवास पर हुई। सरे पुलिस के मीडिया रिलेशन ऑफिसर, कांस्टेबल परमबीर काहलों के अनुसार आवास में गोलियों से कई जगह होल बन गए। घटना से स्थानीय भारतीयों में नाराजगी है।
पुलिस ने धमकियों से हमले के संबंध की पुष्टि नहीं की
27 दिसंबर, 2023 को सुबह लगभग 8:03 बजे, सरे रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) को 80 एवेन्यू के 14900 ब्लॉक में एक निवास पर गोलीबारी की सूचना मिली। इस पर वह वहां तुरंत पहुंची और जांच शुरू कर दी। अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर को हाल ही में मिली धमकियों से हमले के किसी भी संबंध की पुष्टि नहीं की है।
हफ्ते भर पहले एक वीडियो में नफरत वाली बातें कही गई थी
पुलिस इलाके में कई लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज के लिए पड़ोस में छापामारी की। पुलिस अधिकारी यह पता करने में जुटे हैं कि घटना के पीछे हमलावरों का मकसद क्या था। मामले की किसी भी तरह की जानकारी रखने वालों को पुलिस ने संपर्क करने को कहा है। इससे पहले नवंबर में, भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने सरे में खालिस्तान समर्थक का एक कथित वीडियो साझा किया था जिसमें दावा किया गया था कि वे वहां हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में परेशानी पैदा करना चाहते हैं।
उन्होंने लिखा, “पिछले हफ्ते, कुछ रिपोर्टों के अनुसार, खालिस्तान समर्थकों ने सरे, बीसी में एक सिख गुरुद्वारे के बाहर एक सिख परिवार के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया था। अब ऐसा प्रतीत होता है कि वही खालिस्तान समूह सरे में हिंदू लक्ष्मी नारायण मंदिर में परेशानी पैदा करना चाहता है।”
इस बात पर जोर देते हुए कि पिछले वर्षों में हिंदू मंदिर हमलों का निशाना बनते रहे हैं, आर्य ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों के दौरान हिंदू मंदिरों पर कई बार हमले हुए हैं। हिंदू-कनाडाई लोगों के खिलाफ नफरत भरे अपराध किए जा रहे हैं।” इसके अलावा, इस साल अगस्त में खालिस्तान जनमत संग्रह के पोस्टर के साथ चरमपंथी तत्वों द्वारा कनाडा में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। इस साल अप्रैल में, कनाडा के ओंटारियो में विंडसर में भारत विरोधी चित्रों के साथ बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।