कनाडा में पढ़ाई करने के इच्छुक भारतीय छात्रों को आने वाले समय में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जानकारी के मुताबिक, कनाडा की तरफ से इस साल दिये जाने वाले स्टडी परमिट अप्रूवल में लगभग 50% की गिरावट आने की उम्मीद है। अप्रूवल में यह गिरावट विदेशी छात्रों की संख्या को कम करने के उद्देश्य से कनाडाई सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के चलते होगी।
कनाडाई अखबार ‘THE GLOBE AND MAIL’ की खबर के अनुसार, ApplyBoard कंपनी की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2024 के अंत तक दिए गए नए स्टडी परमिट की संख्या 231,000 से कुछ अधिक होगी, जो 2023 में स्वीकृत 436,000 के बिल्कुल विपरीत है।
रिपोर्ट में पाया गया कि कनाडा में अध्ययन के लिए आवेदनों की संख्या (जिसमें स्नातकोत्तर छात्र भी शामिल हैं, जो इस सीमा में शामिल नहीं थे) में भी इस साल तेजी से गिरावट आई है। इसमें 2023 की तुलना में 2024 में कनाडाई स्टडी परमिट के लिए ग्लोबल आवेदनों में 39 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया गया है। यह रिपोर्ट मंगलवार को प्रकाशित होगी।
2022 में कनाडा में रह रहे थे 5.5 लाख अंतर्राष्ट्रीय छात्र
2022 में, कनाडा में 5.5 लाख अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में से 2.26 लाख भारत से थे, जिसमें 3.2 लाख भारतीय छात्र वीजा पर कनाडा में रहे और गिग वर्कर्स के रूप में अर्थव्यवस्था में योगदान दिया।
अप्लाईबोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक, मेटी बसिरी ने सोमवार को कनाडाई अखबार को दिये गए साक्षात्कार में कहा कि इस साल से कनाडा में पढ़ाई के लिए उच्च वित्तीय आवश्यकताओं की सरकार की घोषणा का कुछ अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और कई हतोत्साहित हो सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के बीच घटी कनाडा की लोकप्रियता
उन्होंने कहा, जिसके परिणामस्वरूप हाल के महीनों में कनाडा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के बीच उतना लोकप्रिय नहीं रह गया है, जितना पहले हुआ करता था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई लोग अध्ययन के लिए देश में आने या अन्य स्थानों पर आवेदन करने के लिए आवेदन रोक रहे हैं या स्थगित कर रहे हैं। मेटी बसिरी ने कहा कि अप्लाईबोर्ड पर अध्ययन स्थल के रूप में कनाडा शीर्ष स्थान से गिरकर तीसरे स्थान पर आ गया है। अब ज्यादा छात्र संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ-साथ जर्मनी और फ्रांस सहित यूरोपीय देशों में अध्ययन करने का विकल्प चुन रहे हैं।
कनाडा स्टूडेंट वीजा के लिए क्या हैं शर्तें
दिसंबर 2023 में इमिग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने स्टडी परमिट चाहने वाले छात्रों के लिए नई वित्तीय आवश्यकताओं की शुरुआत की, जिसमें उन्हें दिखाना होगा कि उनके पास कम से कम 20,635 डॉलर हैं। यह दो दशकों से चली आ रही 10,000-डॉलर से दोगुनी है।
यह नीति परिवर्तन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने और कनाडा में रहने की बढ़ती लागत को दिखाने के लिए बनाई गयी थी। जनवरी 2024 में, मिलर ने अगले दो सालों के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्र संख्या की वृद्धि पर एक सीमा की घोषणा की, जिससे 2023 की तुलना में 2024 में छात्र प्रवेश में 35% की कमी होने का अनुमान है।