Canada Federal Election 2025: प्रधानमंत्री मार्क कार्नी (Mark Carney) के नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी (Liberal Party) को कनाडा के चुनाव में जीत मिली है। नतीजों के मुताबिक, कनाडा की जनता ने लिबरल पार्टी पर भरोसा जताया है। New Democratic Party (NDP) को चुनाव में करारी हार मिली है। NDP के नेता जगमीत सिंह भी चुनाव हार गए हैं। हार के बाद जगमीत सिंह ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। 

कनाडा की संसद में 343 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए एक 172 सीटों की जरूरत होती है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि लिबरल पार्टी अकेले दम पर बहुमत हासिल कर पाएगी या नहीं। लेकिन यह साफ हो गया है कि लिबरल्स को विपक्षी कंजर्वेटिव्स की तुलना में ज्यादा सीटें मिलेंगी।

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याद दिलाना होगा कि इस साल की शुरुआत में जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन कार्नी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों का विश्वास जीता और लिबरल पार्टी को जीत दिलाई। खबरों के मुताबिक, चुनाव में लिबरल पार्टी की जीत के पीछे एक वजह यह भी है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जब कनाडा के विलय की धमकी दी तो इससे राष्ट्रवाद की लहर चली और इस वजह से लिबरल पार्टी को मदद मिली।

चुनाव प्रचार के दौरान कार्नी ने टैरिफ को लेकर वाशिंगटन के साथ सख्त रुख अपनाने का वादा किया था।

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ट्रूडो के कार्यकाल में बिगड़ गए थे रिश्ते

जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा के भारत के साथ रिश्ते बिगड़ गए थे क्योंकि भारत की ओर से आतंकवादी घोषित किए गए हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में ट्रूडो ने भारत का हाथ बताया था। इसे लेकर दोनों देशों के बीच काफी बयानबाजी भी हुई थी जबकि कार्नी ने सत्ता संभालने के बाद सार्वजनिक रूप से भारत के साथ अच्छे संबंधों पर जोर दिया है। उन्होंने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थी।

ट्रूडो के पद छोड़ने के बाद कंजरवेटिव पार्टी को ऐसी उम्मीद थी कि उन्हें कनाडा के चुनाव में जीत मिलेगी लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हमलों ने कनाडा के राजनीतिक माहौल को बदल दिया। ट्रंप ने कहा था कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाया जाना चाहिए। इस वजह से कनाडा के मतदाता नाराज हो गए और राष्ट्रवाद की लहर पैदा हुई। लिबरल पार्टी इससे पहले भी लगातार तीन बार कनाडा में सरकार बना चुकी है। 

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