आर्थिक संकट से जूझ रही ब्रिटेन की 178 साल पुरानी ट्रैवल कंपनी ‘थॉमस कूक’ (Thomas Cook) सोमवार को धराशाई हो गई। दुनिया के दिग्गज ट्रैवल कंपनियों में शुमार थॉमस कूक ने निजी निवेश और सरकार से बेलआउट पैकेज हासिल नहीं कर पाने के बाद कहा कि कंपनी ने तत्काल प्रभाव से कारोबार बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी के अचानक बंद होने से हजारों सैलानी अपने घरों से दूर इलाकों में फंस गए हैं। हालांकि, दुनिया भर के ग्राहकों के लिए हेल्पलाइन नंबर +44 1753 330 330 जारी किया गया है। 1841 में शुरू हुई यह कंपनी दुनिया भर में हॉलिडे के लिए तमाम जरूरी संसाधनों की बुकिंग करती थी। इसके तहत करीब 16 देशों में होटल, रिजॉर्ट और एयरलाइंस की सुविधा मौजूद थी। जिसके जरिए सालाना 1 करोड़ 90 लाख लोग कंपनी से सुविधाओं का लाभ उठाते थे।
कंपनी के चीफ एग्जक्यूटिव पीटर फैंकहासर (Peter Fankhauser) ने इस दशा के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा, “मैं अपने लाखों ग्राहकों, हजारों कर्मचारियों और पार्टरनर्स से माफी मांगना चाहूंगा, जिन्होंने हमारा वर्षों तक साथ दिया। यह मेरे लिए और बोर्ड के लिए दुख की बात है कि हम सफल नहीं हो पाए।” यूके सिविल एविएशन ने कहा है कि थॉमस कूक ने अपना कारोबार बंद कर दिया है और रेगुलेटर तथा सरकार अगले दो हफ्ते में 150,000 से अधिक ब्रिटिश सैलानियों को घर वापस लाने के लिए काम करेंगे। वहीं ट्विटर पर अलग-अलग तस्वीरें पोस्ट हो रही हैं, जिनमें थॉमस कूक के हवाई जहाजों को नॉर्मल एयरपोर्ट स्टैंड से डायवर्ट कर दिया गया है। कंपनी के कर्मचारी भी अपनी व्यथा ट्वीट करके जाहिर कर रहे हैं।
https://twitter.com/ThomasCookUK/status/1175953082238275585
थॉमस कूक के बंद हो जाने से 22,000 लोगों के रोजगार पर संकट गहरा गया है। इनमें से 9000 कर्मचारी ब्रिटेन में हैं। वहीं, अपने घरों से घूमने निकले डेढ़ लाख सैलानी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए हैं। शुक्रवार को कंपनी ने कहा था कि उसे 25 करोड़ डॉलर की जरूरत है। हालांकि, वह पिछले महीने में 90 करोड़ पाउंड हासिल कर ली थी। जानकारों का कहना है कि कंपनी निजी निवेश जुटाने में असफल रही, लेकिन अगर सरकार हस्तक्षेप करती तो शायद उसे बचाया जा सकता था।