Britain Violence: ब्रिटेन में पिछले महीने ही लेबर पार्टी की नई सरकार पीएम कीर स्टार्मर के नेतृत्व में बनी है, और उसके बाद से लगातार ब्रिटेन की सड़कों पर हिंसा की कुछ घटनाएं सामने आई हैं। ताजा रिपोर्ट में सामने आया कि उत्तर पश्चिमी इंग्लैंज में चाकू से किए गए हमले में तीन बच्चियों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही यूके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और गुस्साए लोगों ने इस विरोध प्रदर्शन में हिंसक रुख भी अख्तियार कर लिया। बताया जा रहा है कि यह हिंसा धुर दक्षिणपंथियों की ओर से की गई।
ब्रिटेन की सड़कों में हिंसक भीड़ और जलती हुई दुकानों की तस्वीरें अब पूरी दुनिया में शेयर की जा रही है। इस पूरे बवाल का कारण आरोपी से जुड़ी एक खबर है। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि साउथपोर्ट का हमलावर एक अप्रवासी मुस्लिम था जो अवैध रूप से ब्रिटेन में आया था। इसके बाद अप्रवासियों के खिलाफ विरोध की लहर देखी गई है।
पीएम स्टार्मर ने दी दंगाइयों को चेतावनी
रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन की हिंसा के दौरान 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बीते कुछ दिनों में यहां दक्षिणपंथी समूहों से जुड़ी हिंसक झड़पें और अशांति बढ़ी दी है। इस घटना को लेकर पीएम कीर स्टार्मर ने अधिकारियों से चरमपंथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। पीएम स्टार्मर ने चेतावनी दी है कि जो दंगा कर रहे हैं, वो सभी पछताएंगे।
इन इलाकों में आउट ऑफ कंट्रोल हुई हिंसा
गौरतलब है कि ब्रिटेन के लिवरपूल, हल, ब्रिस्टल, लीड्स, ब्लैकपूल, स्टोक-ऑन-ट्रेंट, बेलफ़ास्ट, नॉटिंघम और मैनचेस्टर में शनिवार को हिंसक घटनाएं हुईं, जहां हिंसक भीड़ ने पत्थरबाजी की। वे शरणार्थियों के लिए बने होटल पर पत्थर फेंकते और दुकानों पर हमला करते और आग लगाते देखे गए। इसकी वजह से कई क्षेत्रों में पुलिस और हिंसक भीड़ के बीच भी झड़पें देखी गई।
पुलिस को दिया फ्री हैंड
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देशभर में बढ़ती हिंसा के बीच शनिवार को पीएम स्टार्मर ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई और उसके बाद अपनी पुलिस को सपोर्ट करते हुए आदेश जारी किया कि पुलिस हिंसा को कंट्रोल करने के लिए सभी तरह के उचित हथकंडे अपनाए। पीएम ने हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस को फ्री हैंड दे दिया है।
सख्त कार्रवाई का दिया है आदेश
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा है कि जो पुलिस पर हमला कर रहे हैं, स्थानीय व्यवसायों को बाधित कर रहे हैं और समुदायों को डराकर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। ब्रिटिश पीएम ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और हमने जो हिंसक अव्यवस्था देखी है, वे दो बहुत अलग चीजें हैं।
पीएम स्टार्मर ने कहा कि उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की हिंसा के लिए कोई बहाना नहीं है और उन्होंने दोहराया कि सरकार हमारी सड़कों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कार्रवाई करने के लिए पुलिस का समर्थन करती है।
