भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर है। वहीं ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने खुद को कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ से बाहर कर लिया है। अगर ऋषि सुनक की प्रतिद्वंद्वी पार्टी पेनी मोर्डौंट 24 अक्टूबर तक 100 सांसदों का समर्थन हासिल नहीं कर पाती है, तो ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक देश के नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। 142 सांसद पहले ही सुनक का समर्थन कर चुके हैं, वहीं 29 सांसद वर्तमान में मोर्डॉंट के साथ हैं।
यदि 24 अक्टूबर को स्थानीय समयानुसार दोपहर 2 बजे (भारत में शाम 6:30 बजे) मोर्डंट को 100 सांसदों का समर्थन नहीं मिल पाता है तो ऋषि सुनक प्रधान मंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
वहीं बोरिस जॉनसन ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री पद के लिए दौड़ में रहना गलत होगा क्योंकि संसद में एक संयुक्त पार्टी प्रभावी सरकार के लिए आवश्यक है। उनके रेस से हटने के पीछे का एक और कारण यह है कि वह ऋषि सुनक और मोर्डौंट के साथ एक समझौता करने में विफल रहे हैं।
ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि वह 2024 के आम चुनाव में जीत दिलाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए कहा, “आखिरी दिनों में मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि ऐसा करना सही नहीं होगा। आप तब तक प्रभावी ढंग से शासन नहीं कर सकते, जब तक कि संसद में आपकी एकजुट पार्टी न हो।” उन्होंने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सनक से काफी पीछे हैं।
जॉनसन ने रविवार देर रात एक बयान में कहा, “इसलिए मुझे डर है कि सबसे अच्छी बात यह है कि मैं अपने नामांकन को आगे नहीं बढ़ने देता हूं और जो भी सफल होता है उसे अपना समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हूं।” बता दें कि ऋषि सुनक भारतीय टेक दिग्गज इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद हैं।
प्रधान मंत्री के रूप में लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद विपक्ष ने आम चुनाव की मांग दोहराई। इसके बाद ऋषि सुनक ने ट्वीट कर लिखा, “यूनाइटेड किंगडम एक महान देश है, लेकिन हम एक गहरा आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। इसलिए मैं कंजरवेटिव पार्टी का नेता और आपका अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए खड़ा हूं। मैं अपनी अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहता हूं, अपनी पार्टी को एकजुट करना चाहता हूं और अपने देश के लिए काम करना चाहता हूं।”