आम तौर पर लोग अपना तनाव दूर करने और अपने आप को रिलैक्स करने के लिए खेलकूद या किसी अन्य मनोरंजक गतिविधि में शामिल होते हैं, लेकिन भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग अपना तनाव दूर करने के लिए लोगों का मुफ्त में इलाज करते हैं। बता दें कि भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग पेशे से एक प्रोफेशनल डॉक्टर हैं और वह हर शनिवार को भूटान की राजधानी थिम्पू में स्थित जिगमे दोरजी वांगचुक नेशनल रेफरल हॉस्पिटल में लोगों का इलाज करते हैं। पीटीआई की एक खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग का कहना है कि कुछ लोग गोल्फ खेलते हैं, कुछ लोग तीरंदाजी करते हैं, लेकिन मुझे ऑपरेशन करना पसंद है। यही वजह है कि मैं अपना सप्ताहांत यहां (अस्पताल) बिताता हूं। मेरे लिए यह तनाव दूर करने का जरिया है।

लोटे शेरिंग इससे पहले बांग्लादेश, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूएस में भी काम कर चुके हैं। 50 वर्षीय लोटे शेरिंग ने साल 2013 में अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी। हालांकि उन चुनावों में लोटे शेरिंग की हार हुई। जिसके बाद वह अपनी टीम के साथ भूटान के दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों का मुफ्त इलाज करते थे। फिलहाल लोटे शेरिंग भूटान के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन अपने पेशे से उनका प्यार अभी तक बरकरार है। शनिवार को वह अस्पताल में लोगों का मुफ्त इलाज करते हैं और रविवार का दिन अपने परिवार के साथ बिताते हैं। अहम बात ये है कि प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग के अस्पताल में काम करने के दौरान अस्पताल का माहौल भी सामान्य रहता है। लोटे शेरिंग अपने देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करना चाहते हैं।

उल्लेखनीय है कि भूटान दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में शुमार किया जाता है। इस देश की कुल आबादी सिर्फ साढ़े सात लाख है। भूटान में साल 2008 तक राजशाही थी, लेकिन अब इस हिमालयी देश में भी लोकतंत्र आ चुका है। भूटान के लोग प्रकृति प्रेमी माने जाते हैं और यही वजह है कि देश में कार्बन उत्सर्जन बिल्कुल भी नहीं है और इसके अलावा देश के 60 प्रतिशत हिस्से पर जंगल रखना अनिवार्य है। लोटे शेरिंग का कहना है कि राजनीतिज्ञ होना भी एक डॉक्टर जैसा ही है। डॉक्टर स्कैन करता है फिर व्यक्ति को ट्रीटमेंट देता है। इसी तरह सरकार में रहते हुए मैं स्वास्थ्य और पॉलिसीज का स्कैन कर उन्हें और बेहतर बनाने की कोशिश करता हूं।